राजधानी दिल्ली में मुख्य सचिव और केजरीवाल सरकार के बीच विवाद अभी थमा नहीं है. इस मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से कार्रवाई लगातार जारी है. गुरुवार को पुलिस ने आम आदमी पार्टी के दो अन्य विधायकों को नोटिस भेजा है और पूछताछ में शामिल होने को कहा है. इस बार पुलिस ने आप विधायक नितिन त्यागी और राजेश ऋषि को नोटिस भेजा है.
गौरतलब है कि इससे पहले भी दो विधायक इसी मामले में जेल में बंद हैं. आप विधायक प्रकाश जारवाल और अमानतुल्ला खान को ज़मानत देने से तीस हजारी कोर्ट ने मना कर दिया था.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर 19 फरवरी की रात को बैठक के दौरान दिल्ली के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी पर कथित हमले के सिलसिले में दो विधायक प्रकाश जारवाल और अमानतुल्ला खान को गिरफ्तार किया गया था. देवली से विधायक जारवाल को 20 फरवरी और वहीं अमानतुल्ला को 21 फरवरी की शाम को हिरासत में लिया गया था.
मंगलवार को कैबिनेट बैठक से पहले मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने अरविंद केजरीवाल को एक चिट्ठी लिखी थी. उन्होंने केजरीवाल से कहा था, ‘मैं अपने सहकर्मियों के साथ बैठक में तो आ रहे हूं, पर मारपीट से बचा लेना.’ चिट्टी में सचिव की ओर से लिखा गया, ‘मुझे उम्मीद है कि सीएम सुनिश्चित करेंगे कि इस बैठक में अधिकारियों पर कोई शारीरिक हमला न हो. यह भी उम्मीद की जा रही है कि इस बैठक में अव्यवस्था नहीं होगी और अधिकारियों की गरिमा का सम्मान किया जाएगा.’
दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने आरोप लगाते हुए दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट का रुख किया है. AAP नेताओं ने सचिवालय में मंत्री इमरान हुसैन से मारपीट को साजिश बताया है.
अब आम आदमी पार्टी कोर्ट से मुख्य सचिव , उप राज्यपाल, पुलिस कमिश्नर और आईएएस एसोसिएशन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग करेगी. AAP प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज का आरोप है कि उस रात मुख्यमंत्री आवास पर मीटिंग के बाद मुख्य सचिव सीधे उप राज्यपाल (LG) के घर गए, जहां डीसीपी मौजूद थे, लेकिन फिर भी FIR दर्ज नहीं हुई.