क्या आप जानते हैं कि प्रपोज करने के लिए लोग आमतौर पर गुलाब के फूल की ही क्यों प्रयोग करते हैं। नहीं जानते तो अब जान लीजिए। गुलाब प्रेम का प्रतीक ही नहीं फूलों का राजा भी है। लाल, पीले, गुलाबी, सफेद और न जाने कितने ही रंगों में खिलने वाला यह फूल अपने आप में बेहद ही खास है। अपनी मनमोहक खुशबू और दिल में बस जाने वाली खूबसूरती के कारण ही गुलाब फूलों का राजा कहलाता है। दुनिया में गुलाब की लगभग 100 प्रजातियां पाई जाती हैं।
दुनिया भर के दिग्गज रहे गुलाब के कायल
सीरिया की शाहजादी पीले गुलाब से प्रेम करती थी। मुगल बेगम नूरजहां को लाल गुलाब सबसे अधिक प्रिय था। कहते हैं कि नूरजहां के दिल को खुश करने के लिए उनके शौहर रोज टनों के हिसाब से ताजे गुलाब उनके महल भिजवाया करते थे। यही नहीं गुलाब के इत्र का आविष्कार नूरजहां ने किया था।
दूसरी खास बात ये कि भारतके पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू भी गुलाब के दीवाने थे। तभी तो उनकी अचकन में हमेशा गुलाब का फूल लगा रहता था। यूरोप के दो देशों का राष्ट्रीय पुष्प भी सफेद गुलाब और लाल गुलाब है।
कहने को गुलाब कई रंगों और रूपों में आता है। लेकिन सभी रूप और रंग प्रेम के इजहार और शांति का प्रतीक हैं।
सफेद गुलाब -शुद्धता, मासूमियत और बिना शर्त प्यार को दर्शाता है।
पीला गुलाब – दोस्ती व खुशी का इजहार करता है।
गुलाबी गुलाब – कोमलता, दोस्ती, नम्रता, कृतज्ञता के साथ ही एक नए रिश्ते की शुरुआत का भी प्रतीक है।
नारंगी गुलाब – मोह व उत्साह को दर्शाता है।
लाल गुलाब – सच्चे प्यार का प्रतीक है लाल गुलाब।
तो क्या आपने लिया अपने प्रेम के लिए एक फूल गुलाब का।