
वर्कआउट के तुरंत बाद पूरे शरीर के साथ ही प्राइवेट पार्ट में भी खून का बहाव तेज हो जाता है जिससे आपकी सेक्शुअल क्रिया कई गुणा बढ़ जाती है और आपका सेक्शुअल अनुभव और आनंददायक हो जाता है। पुरुषों में एक्सर्साइज के दौरान टेस्टोस्टेरॉन लेवल पीक पर होता है जो सेक्स के लिए सही मूड बनाता है। स्टडीज में इस बात का खुलासा हुआ है कि 20 मिनट के सेक्स के दौरान पुरुष 200 से 300 कैलरी बर्न करते हैं वहीं महिलाएं भी करीब 69 कैलरी बर्न करती हैं।
1 चम्मच स्पर्म में सिर्फ 36 कैलरी होती है। इजैकुलेशन के बाद स्पर्म्स, 28 मील प्रति घंटे की रफ्तार से बाहर निकलते हैं। दुनिया के सबसे तेज धावक उसैन बोल्ट ने 100 मीटर डैश में जो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है स्पर्म्स की यह स्पीड उसके बराबर ही है। इसके अलावा एक सिंगल स्पर्म में 37.5 MB मेल DNA इंफर्मेशन होता है।
मेन्स्ट्रूअल साइकल के दौरान जब महिलाएं ओव्यूलेशन फेज में होती हैं उस वक्त उनके व्यभिचार यानी चीटिंग करने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। इसके पीछे की वजह यह है कि फर्टाइल फेज में इंसान के अंदर प्रजनन की इच्छा प्रबल हो जाती है। लिहाजा जब महिलाएं ओव्यूलेट करती हैं तो उस वक्त उनके मन में एग्स के फर्टीलाइज होने की इच्छा तीव्र हो जाती है जिस वजह से उनके चीटिंग करने की आशंका बढ़ जाती है।
हर दिन एक सेब खाने से न सिर्फ आप डॉक्टर के पास जाने से बच जाते हैं बल्कि सेब, महिलाओं की सेक्शुअल हेल्थ को भी बनाए रखता है। जो महिलाएं ज्यादा सेब खाती हैं उनकी कामेच्छा और लुब्रिकेशन बढ़ जाता है जिससे सेक्शुअल क्रिया में बढ़ोतरी होती है। तो वहीं, कद्दू पुरुषों के लिए कामोत्तेजक का काम करता है। कद्दू की महक से प्राइवेट पार्ट में खून का बहाव बढ़ जाता है जिससे इरेक्शन महसूस होता है। इसके अलावा चॉकलेट्स में भी उत्तेजना बढ़ाने की क्षमता होती है।
इंटरकोर्स के दौरान गुप्तांग की तरह ब्रेस्ट में भी सूजन आ जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इंटरकोर्स के दौरान शरीर में ब्लड फ्लो बढ़ जाता है। निप्पल सहलाने से महिलाओं के शरीर में ऑक्सिटॉक्सिन हॉर्मोन रिलीज होने लगता है जिससे वजाइनल कॉन्ट्रैक्शन होता है और ऑर्गज्म महसूस होता है। महिलाओं की ही तरह करीब 60 प्रतिशत पुरुष भी निप्पल सहलाने से उत्तेजित महसूस करने लगते हैं।
महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में मौजूद क्लिटरिस का मुख्य काम आनंद और संतुष्टि देना है। इसकी वजह से ऑर्गज्म महसूस होता है। यह पुरुषों के प्राइवेट पार्ट की तुलना में ज्यादा सेंसेटिव है क्योंकि क्लिटरिस में करीब 8 हजार नर्व फाइबर्स होते हैं और उस एरिया को उत्तेजित करने से सेक्शुअल प्लेजर बढ़ जाता है।
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