विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया को न्यूजीलैंड दौरे पर दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से हार का सामना करना पड़ा. भारत की हार की मुख्य वजह वैसे तो बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन रहा, लेकिन कीवी दौरे पर भारतीय तेज गेंदबाज भी चोटों से परेशान दिखाई दिए. इसके साथ ही भारतीय तेज गेंदबाजों की बढ़ती उम्र के कारण टीम के थिंक टैंक ने निकट भविष्य में तेज गेंदबाजों की नई पीढ़ी तैयार करने की जरूरत महसूस की है.

इस समय टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी का मुख्य जिम्मा जसप्रीत बुमराह, ईशांत शर्मा, मोहम्द शमी और उमेश यादव के हाथों में है. जसप्रीत बुमराह के कई और सालों तक टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई करने की उम्मीद है.
लेकिन ईशांत शर्मा 32 साल के होने वाले हैं, जबकि शमी की उम्र भी 29 साल है. इसके अलावा उमेश यादव भी इस साल 33 साल के हो जाएंगे.
कोहली ने कहा, ”ये खिलाड़ी अब युवा नहीं होने वाले. इसलिए हमें बदलाव की स्थिति को स्वीकार करना होगा. हमारे पास ऐसे खिलाड़ी होने चाहिए जो उनकी जगह ले सकें.
” ईशांत का रिहैबिलिटेशन अच्छा नहीं रहा जिसके कारण उनके टखने की चोट दोबारा उभर गई. इतना ही नहीं पिछले दो साल में शमी पर पड़ा बोझ संकेत है कि शायद अगले दो साल में टीम को तेज गेंदबाजी विभाग में बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए.
कप्तान विराट कोहली ने नए तेज गेंदबाजों को भविष्य में मौका देने के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा, ”बड़ी तस्वीर देखें तो हमें यह पहचान करने की जरूरत है.
अगले तीन-चार खिलाड़ी कौन होंगे जो इस लेवल को बनाए रखें. क्योंकि आप नहीं चाहते कि अगर अचानक कोई बाहर हो जाए तो उसकी कमी महसूस हो.”
कप्तान ने कहा कि नवदीप सैनी पहले ही टीम का हिस्सा हैं जबकि दो या तीन और नाम हैं जो योजना का हिस्सा हैं. कोहली ने कहा, ”सैनी पहले से ही टीम के फ्यूचर प्लान का हिस्सा बन चुके हैं. हमें दो या तीन गेंदबाज और तलाशने होंगे जो भविष्य में टीम के तेज गेंदबाजी अटैक की अगुवाई करें.”
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