सनातन धर्म में तुलसी का पौधा बेहद पूजनीय है। धार्मिक मान्यता है कि तुलसी की रोजाना विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है और देवी लक्ष्मी की कृपा से जीवन खुशहाल होता है। इस पौधे (Vastu tips for tulsi) के पास कुछ चीजों को भूलकर भी नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।
तुलसी का पौधा अधिकतर हिंदुओं के घर में देखने को मिलता है। इसकी पूजा करने का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता है कि तुलसी की पूजा करने से घर में खुशियों का आगमन होता है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। साथ ही व्यक्ति और उसके परिवार के सदस्यों पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी के पास कुछ चीजों को नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर में कंगाली का आगमन होता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक, झाड़ू में मां लक्ष्मी का वास होता है। तो ऐसे में सवाल उठता है कि क्या तुलसी के पौधे के पास झाड़ू रख सकते हैं या नहीं? ऐसे में आइए जानते हैं कि इस सवाल के जवाब के बारे में।
तुलसी के पास झाड़ू रखना शुभ या अशुभ?
तुलसी का पौधा पवित्र होता है। इसलिए इसके पास आस-पास गंदगी नहीं रहनी चाहिए। साथ ही कूड़ेदान को भी नहीं रखना चाहिए। झाड़ू के द्वारा साफ-सफाई की जाती है, तो ऐसे में तुलसी के पौधे के पास झाड़ू को भूलकर भी रखें। वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी के पास झाड़ू को रखने से व्यक्ति को जीवन में कंगाली का सामना करना पड़ सकता है।
न रखें ये चीजें
तुलसी को मां लक्ष्मी से जोड़कर देखा जाता है। इसी वजह से इस पौधे के पास जूते या चप्पल रखनी की मनाही है। ऐसा माना जाता है कि इस गलती को करने से धन की देवी मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।
न लगाएं कांटेदार पौधे
इसके अलावा तुलसी के पौधे के पास कांटेदार पौधे नहीं लगाने चाहिए। माना जाता है कि पूजनीय पौधे के पास कांटेदार पौधे लगाने से व्यक्ति को जीवन में गृह क्लेश की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
किस दिशा में लगाएं तुलसी?
इसके अलावा घर की दक्षिण दिशा में तुलसी को पौधे को नहीं लगाना चाहिए। यह दिशा पितरों की मानी जाती है। तुलसी के पौधे को लगाने के लिए उत्तर-पूर्व दिशा को बेहद शुभ माना जाता है।
तुलसी पूजा से मिलते हैं ये लाभ
तुलसी की उपासना करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और धन लाभ के योग बनते हैं।
मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और सभी मुरादें पूरी होती हैं।
सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
संकट दूर होते हैं।
बुरी शक्तियों से छुटकारा मिलता है।