एजेंसी/ बीजिंग : अब चीनियों को अपना पासपोर्ट बनवाने के लिए उन्हें अपना डीएनए सैंपल भी देना होगा। चीन के जिनजियांग प्रांत की स्थानीय पुलिस लोगों से डीएनए के नमूने व कई अन्य जानकारियां भी मांग रही है। यिली में कई धार्मिक समुदाय के लोग रहते है। लोगों को यहां पासपोर्ट बनवाने के लिए DNA सैंपल पहले से जमा कराने होंगे।
DNA सैंपल देने पर ही मिलेंगे पासपोर्ट
जिनजियांग की आधी से अधिक आबादी वीगर अल्पसंख्यकों की है, जिनमें से ज्यादातर इस्लाम को मानते है। यहां रहने वाले कई मुसलमानों का कहना है कि उनके साथ भेदभाव किया जाता है।उन्होने बताया कि चीनी अधिकारी हमेशा उन्हें पासपोर्ट देने से इंकार कर देते है। इस नई पाबंदी के बारे में यिली में कम्यूनिस्ट पार्टी के अख़बार और स्थानीय ट्रेवल एजेंट्स ने अपने विज्ञापनों में बताया है। विज्ञापन में कहा गया है कि पासपोर्ट के लिए लोगों को खून का नमूना, अंगुलियों के निशान, अपनी वॉयस सैंपल और एक थ्री डी तस्वीर देनी होगी।
एनएसजी पर भारत के साथ खड़ा है अमेरिका
जिनजियांग में हो रही हिंसा के लिए चीनी सरकार इन्हीं को दोषी मानती है। हांलाकि वीगर नेता हिंसा में अपना हाथ होने से इनकार करते रहे है। इसके अलावा चीन में सरकारी अधिकारियों और बच्चों के रमजान के दौरान रोज़े रखने पर पाबंदी लगा दी गई है।