फ्रांस में 16वीं सदी के दौरान कई भविष्यवाणियां कर चुके नास्त्रेदमस की एक और भविष्यवाणी सच होने जा रही है। नास्त्रेदमस ने प्रथम विश्वयुद्ध, द्वितीय विश्वयुद्ध, नेपोलियन के साम्राज्य समेत तमाम भविष्यवाणियां की थीं, जो सच साबित हुई हैं।
नास्त्रेदमस की पहले ही दो भविष्यवाणी हुई है सच
पेरिस में लगातार हो रहे आतंकी हमले से नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी सच होती लग रही है। दरअसल नास्त्रेदमस ने पहले ही इस बात का जिक्र किया था कि 21वीं शताब्दी में तीसरा विश्वयुद्ध होगा। नास्त्रेदमस के अनुसार मेसोपोटामिया की पवित्र भूमि से विश्वयुद्ध छिड़ेगा। भविष्यवाणी के अनुसार ईश्वर के विरोधी ही तीसरा विश्वयुद्ध छेड़ेंगे और ईसाई धर्म को मानने वाले देश आंदोलन से हैरान होंगे।
यह जानकर आश्चर्य होगा की नास्त्रेदमस ने कई साल पहले ही ये भविष्यवाणी कर दी थी मोदी युग आएगा। नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के जानकारों का कहना है कि मोदी के शासन में भारत बनेगा विश्व की महाशक्ति। भारत का कायापलट हो जाएगा और दुश्मन राष्ट्रों का वजूद मिट जाएगा। राजीव गांधी की मृत्यु का संकेत नास्त्रेदमस की एक भविष्यवाणी में लिखा गया था कि राजाज्ञा से एक उत्तम वायु चालक अपना पेशा छोड़कर देश के सर्वोच्च पद पर आसीन हो जाएगा। सात सालों तक ख्याति प्राप्त करने के पश्चात उसका ऐसा अंत होगा, जो रोंगटे खड़े कर देगा। राजीव गांधी के साथ ठीक ऐसा ही हुआ था उनके प्रधानमंत्री बनने के 7 साल बाद 1991 में उनकी हत्या हो गई थी।
इंदिरा जी की मृत्यु का संकेत उनकी भविष्यवाणी में कहा गया था कि निष्कासित स्त्री फिर सत्तारूढ़ होगी। उसके बैरी उसके विरुद्ध षड्यंत्र करेंगे। तीन सालों के अपने यादगार कार्यकाल के बाद सत्तर की आयु के लगभग उसकी मृत्यु होगी। इंदिरा गांधी की भी साल 1977 के आम चुनाव में इंदिराजी की पराजय हुई थी और जनता पार्टी की सरकार बनी थी। लेकिन 1980 में प्रधानमंत्री बनने के बाद 67 साल की उम्र में उनकी हत्या कर दी गई थी।
नास्त्रेदमस की एक भविष्यवाणी में न्यूयॉर्क को न्यू सिटी, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को सेंटर ऑफ द अर्थ और ट्विन टॉवर को टू ग्रेट रॉक्स से जोड़ा गया है। इसका मतलब साल 2001 के 9/11 के हमले से जोड़ा गया है। बता दें कि इस घटना में अपहरणकर्ताओं ने दो प्लेन को हाइजैक कर ट्विन टॉवर में क्रैश करा दिया था।
एक और भविष्यवाणी के अनुसार तीसरे विश्वयुद्ध की भूमिका बननी शुरू हो जाएगी। मिडिल ईस्ट दुनिया की जंग का मैदान बन जाएगा जहां दुनिया भर की ताकतें अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेंगी। यहां विश्व की कट्टर विरोधी ताकतें यथा अमरीका और रूस भी मिलकर एक हो जाएंगे और दुनिया में शांति लाने के लिए आतंकवाद के खिलाफ खड़े हो जाएंगे। यह घटना साल 2015 के अंत में और साल 2016 के शुरू में होने की संभावना है।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार साल 2016 अमरीका के लिए अति महत्वपूर्ण होगा। इस साल अमरीका को न केवल विश्व की उभरती शक्तियों यथा चीन, रूस और ईरान से चुनौती मिलेगी वरन प्राकृतिक संकटों से भी जूझना पड़ेगा। अमरीका को इस साल भयावह भूकंप का सामना करना पड़ सकता है। इस भूकंप के फलस्वरूप अमरीका का एक हिस्सा पूरी तरह तबाह हो जाएगा।
नास्त्रेदमस की एक भविष्यवाणी के अनुसार यूरोप आर्थिक संकट में घिर जाएगा। फ्रांस, जर्मनी सहित कई बड़े यूरोपियन राष्ट्रों की अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आ जाएगी। हालांकि आम जनता की समृदि्ध बढ़ेगी परन्तु बड़े राष्ट्रों की समस्याएं भी उसी अनुपात में बढ़ जाएंगी। बेरोजगारी, मुद्रास्फीति और आर्थिक मंदी का भयावह दौर शुरू होगा।
द्वितीय विश्वयुद्ध का संकेत: द्वितीय विश्वयुद्ध और एडोल्फ हिटलर के उदय के बारे नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी एकदम सटीक साबित हुई थी। 1939-1945 तक चले इस विश्वयुद्ध में दुनिया के बड़े देशों ने भाग लिया था। यह इतिहास का सबसे बड़ा युद्ध था, जिसमें दुनियाभर से 10 करोड़ सैनिकों ने हिस्सा लिया था।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी ने लंदन की आग का भी संकेत दिया था। दरअसल लंदन के पुडिंग लेन स्थित थॉमस फैरिनर की बेकरी में 2 सितंबर 1966 को बहुत छोटी सी आग लगी थी। इस जरा सी आग ने तीन दिन में पूरे शहर को जला कर राख कर दिया। शहर के मध्य भाग को भारी नुकसान पहुंचा।
एडोल्फ हिटलर का जिक्र: एक भविष्यवाणी में नास्त्रेदमस ने बीस्ट का इस्तेमाल किया था, जिसका मतलब जानवर से हैं। नास्त्रेदमस के बीस्ट की तुलना जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर से की जाती है। हिटलर के बारे में तो आप सभी जानते है। ये कई हत्या का जिम्मेदार था।