बाबा दीप सिंह जी के जन्मदिवस पर उनके पैतृक गांव पहुविंड के गुरुद्वारा साहिब से निकले नगर कीर्तन के दौरान पटाखों में विस्फोट से तीन की मौत हो गई, जबकि 11 लोग घायल हो गए। इनमें से तीन की हालत गंभीर है। मरने वालों में दो ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ा, जबकि गुरकीरत सिंह नामक व्यक्ति की रविवार को मौत हो गई। इससे पहले मनप्रीत सिंह व गुरप्रीत सिंह की मौके पर मौत की पुष्टि हुई थी। धमाका भारत-पाक सीमा से करीब 40 किलोमीटर दूर गांव पलासौर के पास पेट्रोल पंप से 400 गज की दूरी पर हुआ।
नगर कीर्तन बाबा दीप सिंह जी के जन्म स्थान गुरुद्वारा पहुविंड से रवाना हुआ था। यह अमृतसर जिले के गांव चब्बा के पास गुरुद्वारा टाहला साहिब में संपन्न होना था, लेकिन बीच रास्ते में ही हादसा हो गया। मृतकों में गुरप्रीत सिंह (12) व मनप्रीत सिंह (17) शामिल हैं। दोनों गांव पहुविंड के रहने वाले थे।
धमाके के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। एसएसपी ध्रुव दहिया पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और इलाके की घेराबंदी की। आइजी बॉर्डर रेंज सुङ्क्षरदरपाल परमार भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने दो बच्चों की मौत की पुष्टि की। आइजी ने कहा कि पटाखों पर पाबंदी के बावजूद आतिशबाजी की गई।
ऐसे हुआ हादसा
नगर कीर्तन में शामिल युवक पांच फीट चौड़ी व पांच फीट लंबी ट्रैक्टर ट्रॉली पर रखे पटाखे चला रहे थे। पटाखों में गंधक व पोटाश का मिश्रण लोहे की डेढ़ फीट लंबी पाइप में डालकर असमान की ओर छोड़ा जा रहा था। अभी तीन से चार पटाखे ही चलाए गए थे कि एक पटाखा ट्रॉली में रखे अन्य पटाखों पर जा गिरा, जिससे जोरदार धमाका हो गया। धमाके की गूंज डेढ़ किलोमीटर तक सुनी गई।
मृतकों के परिजनों को पांच लाख का मुआवजा, न्यायिक जांच के आदेश
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आइजी बॉर्डर रेंज सुरिंदरपाल परमार से मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। खडूर साहिब के सांसद जसबीर सिंह डिंपा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों पांच लाख रुपये मुआवजा देने व सभी घायलों का मुफ्त इलाज करवाने का एलान किया। मुख्यमंत्री ने एसडीएम तरनतारन रजनीश अरोड़ा को न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।