भगवान शिव के भक्तों के लिए महाशिवरात्रि का पर्व बड़ा ही खास और महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन देशभर के शिव मंदिरों में भक्तों की खासी भीड लगी रहती है। इस खास मौके पर हम आपको बता रहे हैं भगवान के शिव के एक अनोखे मंदिर के बारे में जहां भगवान शिव के अंगूठे की पूजा होती है। भगवान शिव का यह खास मंदिर अचलगढ़ की पहाड़ियों में बना है, जो कि माउंट आबू से करीब 11 किलोमीटर दूर उत्तर में स्थित है।
बता दें कि, अचलेश्वर मंदिर में भगवान शिव के दाहिने पैर के अंगूठे की पूजा होती है। अचलगढ़ की पहाड़ियों पर किले के पास मौजूद अचलेश्वर मंदिर चमत्कारों से भरा है। लोगों की मान्यता है कि यहां के पर्वत भगवान शिव के अंगूठे के कारण ही टिके हैं, अगर उनका अंगूठा न होता तो ये पर्वत नष्ट हो जाते। भगवान शिव के अंगूठे के नीचे ही एक गड्ढा है। ये गड्ढा प्राकृतिक रूप से निर्मित है। मान्यता है कि इसमें चाहे कितना भी पानी भरा जाए वह नहीं भरता। इसका पानी कहां जाता है किसी को पता नहीं।