अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भले ही दो महीने शेष हो लेकिन चुनावी हलचल तेज हो गई है। पक्ष और विपक्ष के आरोप और प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। डेमोक्रेटिक पार्टी ने रिपब्लिकन पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। डेमोक्रेट ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप चुनाव में राष्ट्रपति भवन का बेजा इस्तेमाल कर रहे हैं। विपक्ष ने कहा यह संघीय हैच अधिनियम का उल्लंघन है। बता दें रिपब्लिक नेशनल कन्वेंशन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति पर इस तरह का आरोप लगाया गया है। उधर, राष्ट्रपति चुनाव के पूर्व देश में एक बार फिर नस्लीय आंदोलन की सियासत तेज हो गई है। केनोशा और विस्कॉन्सिन राज्य के इर्द-गिर्द पूरी सियासत केंद्रित हो गई है। राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को केनोशा का दौरा किया तो उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन गुरुवार को विस्कॉन्सिन की यात्रा पर थे। इस दौरान वह ब्लेक के परिवार के सदस्यों और केनोशा समुदाय के नेताओं के साथ मुलाकात की। इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की नजर डेमोक्रेटिक के गढ़ कहे जाने वाले पेंसिल्वेनिया पर है। 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में वह यहां से बहुत ही कम मार्जिन से चुनाव जीत सके थे।
डेमोक्रेटिक बोले- व्हाइट हाउस का हो रहा है बेजा इस्तेमाल, जांच की मांग रखी
डेमोक्रेटिक पार्टी ने हाउस ओवर साइट कमेटी के समक्ष पिछले महीने हुए रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के दौरान ट्रंप प्रशासन के सदस्यों द्वारा संघीय हैच अधिनियम के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
1939 के संघीय हैच अधिनियम संधीय कर्मचारियों से जुड़ा एक अधिनियम है। इसका उद्देश्य संघीय कर्मचारियों की राजनीतिक गतिविधियों से दूर रखना है। हालांकि, इस अधिनियम के उपबंध राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पर लागू नहीं होते हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी का आरोप है कि ट्रंप ने प्रशासन के अधिकारियों का चुनाव प्रचार के लिए बेजा इस्तेमाल किया। इस बाबत डेमोक्रेटिक सांसदों ने विशेष अभियोजन को पत्र भी लिखा। इन लोगों ने इस मामले की स्वतंत्र रूप से जांच की मांग की है। विशेष अभियोजन का यह कार्यालय एक स्वतंत्र जांच अभियोजन एजेंसी है, जिसमें हैच अधिनियम का अनुपालन भी शामिल है।
इस पत्र में राष्ट्रपति ट्रंप और उनके प्रशासन के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा संघीय हैच अधिनियमों के उल्लंघन पर चिंता जाहिर की गई है। इसमें कहा गया है कि ट्रंप ने व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए अपना स्वीकृत भाषण दिया। इस दौरान कार्यवाहक होमलैंड सुरक्षा सचिव चाड वुल्फ भी इस वीडियो में मौजूद थे।
राज्य के सचिव माइक पोम्पिओ ने भी इजराइल की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान व्हाइट हाउस के वीडियो लिंक के जरिए इस सम्मेलन को संबोधित किया। ट्रंप प्रशासन के कई अधिकारियों ने सम्मेलन में बोलने के लिए व्हाइट हाउस का इस्तेमाल किया।
पत्र में यह चिंता जाहिर किया गया है कि प्रशासन के कर्मचारी दबाव में हैं। उन पर चुनाव को व्यवस्थित करने का दबाव है। उनसे जबरन कानून का उल्लंघन कराया जा रहा है। पिछले हफ्ते इसको लेकर कर्मचारियों को गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ा है। इस बाबत ऊर्जा विभाग के एक व्यक्ति को इस्तीफा देना पड़ा और एक को 30 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया।
इसके अलावा आवास और शहरी विकास विभाग के एक क्षेत्रीय प्रशासक ने एक वीडियो पर भी सवाल उठाए गए, जो सम्मेलन में दिखाया गया था। हालांकि, बाद में कई प्रतिभागियों ने कहा कि उन्हें पता नहीं था कि इस साक्षात्कार का उपयोग सम्मेलन में किया जाएगा। डेमोक्रेट्स ने कहा कि उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने मैरीनेट में भाषण देने के लिए व्हाइट हाउस के कर्मचारियों और राष्ट्रीय उद्यान सेवा संसाधनों का दुरुपयोग किया है।
उधर, व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज ने इस तरह के उल्लंघनों के बारे में चिंताओं को खारिज कर दिया है।
डेमोक्रेटिक गढ़ में सेंध लगाने की जुगत में ट्रंप और उनकी टीम
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की नजर डेमोक्रेटिक के गढ़ कहे जाने वाले पेंसिल्वेनिया पर है। 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में वह यहां से बहुत ही कम मार्जिन से चुनाव जीत सके थे, लेकिन इस बार ट्रंप की नजर यहां टिकी हुई है। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार ने ट्रंप को यहां कड़ी टक्कर दी थी। राष्ट्रपति ट्रंप को उम्मीद है कि इस चुनाव में वह यहां से बेहतर परिणाम दे सकेंग
गुरुवार की रात लेट्रोब में उन्होंने एक रैली आयोजित की थी। माना जा रहा है इस रैली से उन्होंने इस क्षेत्र में अपने अभियान का श्रेगणेश किया है। ट्रंप के चुनावी अभियान के रणनीतिक निदेशक निक ट्रेनर ने कहा इस क्षेत्र को लेकर राष्ट्रपति में उत्साह है। इसके लिए ट्रंप और उनकी टीम लगातार राज्य का दौरा कर रही है।