देशभर में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। डेंगू एक खतरनाक बीमारी है। अगर सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। डेंगू एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। ऐसे में लोगों को बहुत सावधान रहने की जरूरत है। वहीं प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को डेंगू से विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। गर्भवती महिलाओं में संक्रमण फैलने पर यह अजन्मे बच्चे में फैल सकता है। जो जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसे में उन्हें सही खानपान के साथ सेहत का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
अगर प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को डेंगू बुखार हो जाता है, तो सही खानपान और हाइड्रेशन बेहद जरूरी है। मां और बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों का सेवन और लिक्विड डाइट का ध्यान रखना ज्यादा जरूरी है। डेंगू प्लेटलेट स्तर को भी कम कर देता है। डेंगू की शिकार होने पर महिलाओं में तेज बुखार, पेट दर्द, गंभीर सिरदर्द, उल्टी, चक्कर आना आदि लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे में जिन गर्भवती महिलाओं को बच्चा जन्म देने से कुछ समय पहले या बाद में डेंगू हो जाता है, उन्हें कड़ी निगरानी की जरूरत होती है, क्योंकि वे अधिक जोखिम में होती हैं।
डेंगू बुखार होने पर गर्भवती महिलाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के दवा नहीं खानी चाहिए। सही इलाज के साथ-साथ हाइड्रेशन,आराम और सही पोषण बेहद जरूरी है। बुखार होने पर डॉक्टर अक्सर पेरासिटामोल और एनएसएआईडी देते हैं, लेकिन गर्भवती महिलाएं बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई न खाएं।
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