रामपुर की एक अदालत में डूंगरपुर बस्ती के एक मामले में सुनवाई हुई। कोर्ट ने सपा नेता का स्थगन प्रार्थनापत्र एक हजार रुपये का हर्जाना लगाते हुए स्वीकार कर लिया। अब इस मामले की सुनवाई 29 अप्रैल को होगी।
डूंगरपुर के एक मामले में बृहस्पतिवार को सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सपा नेता आजम खां के अधिवक्ता ने कोर्ट में स्थगन प्रार्थना प्रार्थनापत्र दिया, जिसका अभियोजन की ओर से विरोध किया गया। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए सपा नेता का स्थगन प्रार्थनापत्र एक हजार रुपये का हर्जाना लगाते हुए स्वीकार कर लिया।
अब इस मामले की सुनवाई 29 अप्रैल को होगी। 2019 में गंज थाने में डूंगरपुर बस्ती में रहने वाले लोगों ने 12 मुकदमे दर्ज कराए थे। आरोप है कि बस्ती को खाली कराने के नाम पर उनके साथ लूटपाट व मारपीट की गई।
इस मामले में सपा नेता आजम खां को भी आरोपी बनाया गया है। इस तरह के दो मामलों में आजम बरी हो चुके हैं और एक मामले में उन्हें सजा हो चुकी है। बाकी नौ मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं। बृहस्पतिवार को एक मामले में सुनवाई हुई।
सुनवाई के दौरान गवाह नन्ही कोर्ट पहुंचीं, जहां पर सपा नेता आजम खां के अधिवक्ता की ओर से गवाह से बहस करने के बजाय स्थगन प्रार्थनापत्र दिया गया, जिसका अभियोजन पक्ष की ओर से विरोध किया गया।
कोर्ट ने सुनवाई करते हुए स्थगन प्रार्थनापत्र एक हजार रुपये हर्जाना लगाते हुए स्वीकार कर लिया। अब इस मामले की सुनवाई 29 अप्रैल को होगी।
डूंगरपुर के एक मामले में तीन गवाहों के बयान दर्ज
डूंगरपुर बस्ती को खाली कराने के नाम पर मारपीट और लूटपाट समेत अन्य गंभीर आरोपों में दर्ज एक मामले में बृहस्पतिवार को सपा नेता आजम खां ने अपने बचाव में तीन गवाहों को कोर्ट में पेश किया। तीनों के बयान दर्ज कराए गए। अभियोजन पक्ष गवाहों से शुक्रवार को जिरह करेगा।
2019 में गंज थाने में डूंगरपुर बस्ती में रहने वाले लोगों ने 12 मुकदमे दर्ज कराए थे। आरोप है कि बस्ती को खाली कराने के नाम पर उनके साथ लूटपाट व मारपीट की गई। इसमें सपा नेता आजम खां भी आरोपी हैं।
इसी के एक मामले में अभियोजन की गवाही पूरी होने के बाद बचाव पक्ष की गवाही चल रही है। बृहस्पतिवार को सपा नेता की ओर से अपने बचाव में तीन गवाहों को कोर्ट में पेश किया, जहां पर उन्होंने अपने बयान दर्ज कराए। अभियोजन पक्ष शुक्रवार को गवाहों से जिरह करेगा। शुक्रवार को फिर मामले की सुनवाई होगी।
आप नेता को धमकाने में विवेचक की गवाही पूरी
आप नेता फैसल लाला को धमकाने के मामले में मुकदमे की विवेचना करने वाले विवेचक नरेंद्र त्यागी बृहस्पतिवार को कोर्ट पहुंचे, जहां उन्होंने अपने बयान दर्ज कराए। बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने उनसे जिरह की। उनकी गवाही पूरी हो गई। अब इस मामले की सुनवाई सात मई को होगी। इस मामले में सपा नेता अब्दुल्ला आजम, सलीम कासिम और फसाहत अली खां आरोपी हैं। इसमें सलीम कासिम का निधन हो चुका है।