जनवरी के आखिर दिनों तक उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार नए पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम बदल रहा है। दिल्ली-एनसीआर में जहां सुबह के समय कोहरे की धुंध है तो वहीं पंजाब-हरियाणा, राजस्थान, बिहार, ओडिशा, बंगाल, मध्यप्रदेश में घना कोहरा छाया हुआ है।
आईएमडी के अनुसार दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान सहित भारत के कुछ राज्यों में अगले दो-तीन दिनों में शीतलहर की वजह से ठंड बढ़ने का अनुमान है। यहां घना कोहरा रहने की भी संभावना है। राजधानी दिल्ली में शीतलहर से मामूली राहत जरूर दिखाई दे रही है लेकिन सुबह के समय कोहरे की चादर दिख रही है।
दिल्ली में आज सुबह न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। कुछ जगहों पर सुबह के समय विजिबिलिटी 100 मीटर दर्ज की गई। दिल्ली में पश्चिम व उत्तर-पश्चिम से चलने वाली हवाओं के कारण ठिठुरन बढ़ने और तापमान के चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है।
विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि अगले चार से पांच दिनों तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान, असम, मेघालय, मणिपुर और त्रिपुरा में घना कोहरा छाया रहेगा। वहीं आने वाले दो-तीन दिनों में बिहार, उत्तरी मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और ओडिशा में घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है।
राजस्थान के ज्यादातर इलाकों में बीते कुछ दिनों में तापमान में बढ़ोतरी से जहां लोगों को राहत मिली है वहीं मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले एक दो दिन में तापमान दो से चार डिग्री गिर सकता है और तेज ठंड पड़ सकती है। विभाग ने शनिवार को कई जिलों में शीतलहर व कोहरे की चेतावनी जारी की है।
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक आर. एस. शर्मा ने बताया कि कम तीव्रता के पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से फिलहाल राज्य के ज्यादातर स्थानों पर दिन का अधिकतम तापमान औसत से दो से चार डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया जा रहा है। इस बीच राज्य में बीते चौबीस घंटे में 5.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ पिलानी सबसे सर्द रहा।
जम्मू-कश्मीर में अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फिर से बर्फबारी होने के बाद 270 किमी लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार को यातायात रोक दिया गया। कश्मीर घाटी का प्रवेश द्वार माने जाने वाले जवाहर सुरंग के दोनों ओर बर्फबारी हुई है।
पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) शमशेर सिंह ने बताया कि जवाहर सुरंग के दोनों ओर सड़क काफी फिसलन भरी हो गई है, जिसके बाद पूर्वाह्न करीब 11 बजे वाहनों का आवागमन रोकना पड़ गया। उन्होंने कहा, ‘शनिवार तड़के जवाहर सुरंग के दोनों ओर बर्फबारी शुरू हुई और जमीन पर अब भी चार इंच मोटी बर्फ की परत है।’