भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर शिखर धवन को खराब फॉर्म की वजह से टेस्ट टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया था। चोट की वजह से वह वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज में नहीं खेल पाए थे। धवन ने बताया कि वह अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं और उनका लक्ष्य तीनों फॉर्मेट में भारत के लिए खेलना है।
इंग्लैंड के दौरे पर आखिरी बार टेस्ट सीरीज में उतरने वाले ओपनर शिखर धवन लगातार टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं। टेस्ट में वापसी का इरादा रखने वाले धवन का मानना है कि वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे तो उनकी वापसी जरूर होगी। वह एक बार फिर से टीम इंडिया की तरफ से तीनों फॉर्मेट में खेलना चाहते हैं। रणजी में खेलना के पीछे भी धवन का इरादा टेस्ट टीम की दावेदारी पक्की करना है।
टीम से बाहर किए जाने पर धवन ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “अगर मेरा सर्वश्रेष्ठ काफी नहीं है तो भी मेरे लिए वो ठीक है। मैं स्वीकार करता हूं और सीखने की कोशिश करूंगा कि कैसे और बेहतर कर सकता हूं। जब मैं इंग्लैंड में था तो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया मैं इस बात को मानता हूं। मैं बाहर हो गया इससे परेशानी नहीं है अब वापसी करने पर ध्यान दे रहा हूं।”
उन्होंने कहा, पिछले 8-9 महीने से बाहर हूं, हो सकता है वापसी करने में साल भर का वक्त लग जाए। मैं टेस्ट टीम में हूं या नहीं यह मायने नहीं रखता। मुझे पता है मेरा खेल कैसा है। मैंने इंटरनेशनल क्रिकेट में काफी रन बनाए हैं। मैं रणजी में वापसी आकर खेलने के काफी खुश हूं। मैं रणजी खेलकर ही बड़ा हुआ हूं, यहां वापस आकर खेलने से अच्छा क्या हो सकता है। मैं अपने खेल के ज्ञान को युवाओं के साथ बांट रहा हूं। अब भी मेरा लक्ष्य तीनों फॉर्मेट में खेलना है।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में लगी चोट पर बात करते हुए उन्होंने कहा, मैं उसपर काम कर रहा हूं और अब मैंने फिटनेस टेस्ट भी पास कर लिया है। पहले 20 दिन तक तो मैं चल भी नहीं पा रहा था। इसके बाद मैंने अपनी फिटनेस पर काम किया। घुटने में मुझे 27 टांके लगे थे और कट काफी गहरा था। मुझे हमेशा से ही चुनौती बहुत पसंद रही है, इससे मैं कभी भी नहीं भागता। मैं अपनी असफलता से कभी नहीं भागता हूं और हमेशा ही इसे सीखने के मौके की तरह से देखता हूं। जो आदमी सीखता है वो ही हमेशा कमाता है।