भारत ने 2 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच पारी और 272 रन से रौंदकर 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। टीम इंडिया ने सिर्फ 3 दिन में ही टेस्ट मैच जीत लिया। भारत की यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास की रनों के हिसाब से सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले भारत ने अपनी सबसे बड़ी जीत अफगानिस्तान के खिलाफ पारी और 262 रन से जीत दर्ज की थी
वहीं साल 2007 में भारत ने बांग्लादेश को पारी और 239 रन से मात दी थी। इसी अंतर से टीम इंडिया ने श्रीलंका को भी साल 2017 में हराया था। वैसे भारत ने ऑस्ट्रेलिया को भी साल 1999 में कोलकाता में पारी और 219 रन से मात देकर अपनी पांचवीं सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी।
वेस्टइंडीज की दूसरी सबसे करारी हार
वेस्टइंडीज को पहले टेस्ट में पारी और 272 रन से हार का सामना करना पड़ा, जो उनके क्रिकेट इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी हार है। वेस्टइंडीज को सबसे बड़े अंतर से हराने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम है, जिन्होंने साल 2007 में इस टीम को पारी और 283 रन से रौंदा था। दूसरे स्थान पर भारत का नंबर पर है। वैसे इंग्लैंड साल 1957 में वेस्टइंडीज को पारी और 237 रन से हरा चुका है।
भारत ने हासिल की थी तीसरी सबसे ज्यादा बढ़त
कमजोर वेस्टइंडीज के सामने भारत ने पहली पारी में 649 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया और इसके बाद उन्हें केवल 181 रन पर समेट दिया। इस हिसाब से भारत को पहली पारी में 468 रन की बढ़त मिली।
आपको हैरानी होगी कि ये टेस्ट क्रिकेट में भारत की यह तीसरी सबसे बड़ी बढ़त है। भारत ने सबसे बड़ी बढ़त बांग्लादेश के खिलाफ हासिल की हुई है। साल 2007 में टीम इंडिया ने बांग्लादेश पर पहली पारी में 492 रन की बढ़त हासिल की थी।
इसके बाद टीम इंडिया ने साल 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ही 478 रन की बढ़त हासिल की हुई है। इसके अलावा भारत ने श्रीलंका के खिलाफ दो बार 400 से ज्यादा की बढ़त हासिल की हुई है। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ 2017 में कोलंबो में 439 रन की और 2009 में कानुपर में 413 रन की बढ़त बनाई थी।