टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज मो. कैफ ने स्पोर्ट्स तक पर विराट कोहली की कप्तानी के बारे में खुलकर चर्चा की। कैफ से पूछा गया कि श्रीलंका के खिलाफ क्रिकेट सीरीज और आइपीएल 2021 पार्ट टू के बाद क्या ये क्लीयर हो जाएगा कि, टी20 वर्ल्ड कप के लिए 15 सदस्यीय टीम क्या हो सकती है। इसका जवाब देते हुए कैफ ने साफ तौर पर कहा कि, इस टीम इंडिया में कोई स्पष्टता नहीं है। एक कमेंटेटर के तौर पर भी हम ये बात करते हैं कि, टीम में स्पष्टता होनी चाहिए। अब भारतीय टीम उस तरह से नहीं खेलती, आप मान लो ना।
कैफ ने आगे कहा कि, कोहली का ऐसा तरीका नहीं है। वो देखते हैं कि, भाई कल कौन फॉर्म में आया और उसे प्लेइंग इलेवन में शामिल कर लेते हैं। ये विराट कोहली की कप्तानी का अपना तरीका है। कोहली अब तक भारत को आइसीसी खिताब जीता पाते हैं या नहीं आप उनको इस पर जज करिए और अब तक तो वो ऐसा नहीं कर पाए हैं। कोच या टीम मैनेजमेंट भी कोहली की तरीके को ही फॉलो करती है। इस टीम को खिलाड़ी के पिछले प्रदर्शन में कोई रुझान नहीं होता।
कोहली का ये मानना है कि, आप अभी क्या कर रहे हैं और आपका फॉर्म कैसा है। तभी तो भारतीय टीम के लिए सूर्यकुमार यादव, इशान किशन खेले। शिखर धवन को ड्रॉप कर दिया गया और रोहित शर्मा को टेस्ट में मौका मिला। इस टीम में आपकी जगह पक्की नहीं है ये प्लेयर्स को भी मालूम है। ये पुरानी बात हो गई कि टीम में आपकी जगह पक्की है और खिलाड़ी भी इस बात को समझने लगे हैं। वो अब बस मौके का इंतजार करते हैं कि, जैसे ही मौका मिले उसे बस पकड़ना है।
कैफ ने सौरव गांगुली की कप्तानी के बारे में कहा कि, वो खिलाड़ी के पीछे खड़े रहते थे और पूरा मौका देते थे। जो लीडर होता है वो यही करता है, लेकिन विराट कोहली का ये तरीका नहीं है। गांगुली के पास उस वक्त ज्यादा ऑप्शन नहीं थे, आइपीएल नहीं था। उस वक्त 20-25 खिलाड़ी होते थे और उन्हीं में से वो चुनते थे क्योंकि उन्हें पता था कि, प्लेयर को बैक नहीं किया गया तो वो अपना बेस्ट नहीं दे पाएगा। कैफ ने कहा कि, हमारे समय में हमें ज्यादा मौके मिलते थे, लेकिन आज ऐसा नहीं है। खिलाड़ी के मन में डर है कि, वो कहीं बाहर ना कर दिए जाएं और ऐसे में वो प्रेशर में बिखर जाते हैं।