विराट कोहली और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया बिखर गई. मौजूदा वनडे सीरीज में 3-0 से अजेय बढ़त लेने के बाद चौथे वनडे में उतरी टीम इंडिया महज 92 रनों पर ढेर हो गई. वनडे इंटरनेशनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत का यह दूसरा सबसे कम स्कोर है.
न्यूजीलैंड के खिलाफ 105वें वनडे में भारतीय टीम अपने इस प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ इतने कम रनों पर सिमट गई. यानी 44 साल में न्यूजीलैंड के विरुद्ध भारत का यह दूसरा न्यूनतम स्कोर है. कीवियों के खिलाफ भारतीय टीम का सबसे कम स्कोर 88 रन है, जब वह दांबुला में अगस्त 2010 में 88 रनों पर ऑल आउट हो गई थी.
न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे में भारत का न्यूनतम स्कोर
1. 88 रन, दांबुला- 2010
2. 92 रन, हेमिल्टन- 2019
3. 108 रन, क्राइस्टचर्च- 2003
– 108 रन, ऑकलैंड- 2002
ओवरऑल वनडे की बात करें, तो भारत का यह 7वां सबसे कम स्कोर है-
1. 54 रन, शारजाह, विरुद्ध श्रीलंका, 2000
2. 63 रन, सिडनी, विरुद्ध ऑस्ट्रेलिया,1981
3. 78 रन, कानपुर, विरुद्ध श्रीलंका,1986
4. 79 रन, सियालकोट, विरुद्ध पाकिस्तान,1978
5. 88 रन, दांबुला, विरुद्ध न्यूजीलैंड, 2010
6. 91 रन, डरबन, विरुद्ध साउथ अफ्रीकी, 2006
7. 92 रन, हेमिल्टन, विरुद्ध न्यूजीलैंड 2019
टीम इंडिया का बुरा हाल
भारत की ओर से युजवेंद्र चहल ने सबसे अधिक नाबाद 18 रन बनाए. भारत के सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं पार कर सके. न्यूजीलैंड की ओर से ट्रेंट बोल्ट ने 21 रन देकर सबसे अधिक पांच विकेट चटकाए, जबकि कॉलिन डि ग्रैंडहोम को तीन विकेट मिले. एक समय भारत ने 40 रनों पर अपने सात विकेट गंवा दिए थे. उस पर अपने अब तक के न्यूनतम स्कोर 54 रनों पर आउट होने का खतरा मंडरा रहा था, लेकिन हार्दिक पंड्या ने 16 रनों (चार चौके) की तेज पारी खेल कर यह संकट टाला. हार्दिक के अलावा कुलदीप यादव ने भी 15 रन बनाए.
अपने 200वें मैच में कप्तान रोहित शर्मा 7 रन ही बना पाए. शिखर धवन (13) के अलावा डेब्यू करने वाले शुभमन गिल (9) भी असफल रहे, जबकि अंबति रायडू और दिनेश कार्तिक खाता तक नहीं खोल सके. केदार जाधव और भुवनेश्वर कुमार एक-एक रन बनाकर लौटे. खलील अहमद पांच रन बना सके.