नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक का कारोबार करने वाले भारत के टाटा ग्रुप की अमेरिका की होलसेल कंपनी वॉलमार्ट के साथ 25 अरब डॉलर (1.8 लाख करोड़ रुपये) के संभावित निवेश को लेकर बातचीत चल रही है।
टाटा ग्रुप भारत में रिटेल सेक्टर की अपार संभावनाओं को देखते हुए “सुपर एप” के जरिए सेक्टर में उतरने की तैयारी कर रहा है। इस सुपर एप में निवेश को लेकर ही टाटा ग्रुप की वॉलमार्ट के साथ बात चल रही है।
अख़बार ने मंगलवार को मामले से जुड़े सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। अगर यह सौदा होता है, तो यह भारत के रिटेल सेक्टर में आया सबसे बड़ा निवेश होगा।
रिपोर्ट में बताया है कि दोनों कंपनियों के बीच चल रही बातचीत के अनुसार, सुपर एप को टाटा और वॉलमार्ट के ज्वाइंट वेंचर के रूप में लॉन्च किया जा सकता है।
इससे टाटा ग्रुप और फ्लिपकार्ट के ई-कॉमर्स कारोबार के बीच तालमेल का फायदा मिल सकता है। गौरतलब है कि इससे पहले वॉलमार्ट ने मई 2018 में ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट की 66 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी। वॉलमार्ट ने यह हिस्सेदारी 16 अरब डॉलर में खरीदी थी।
यह खबर ऐसे समय में आई है, जब एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी की अगुआई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अपने डिजिटल कारोबार जियो प्लेटफॉर्म्स में हिस्सेदारी बेचकर फेसबुक, अल्फाबेट की गूगल, केकेआर व सिल्वर लेक पार्टनर्स जैसे निवेशकों से 20 अरब डॉलर से अधिक जुटाए हैं।
ब्लूमबर्ग न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, टाटा ग्रुप अपने नए डिजिटल प्लेफॉर्म में हिस्सेदारी बेचने के लिए संभावित निवेशकों के साथ बातचीत कर रहा है।
सुपर एप के लॉन्च होने से रिलायंस और अमेजन को रिटेल सेक्टर में कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल सकती है। गौरतलब है कि टेलीकॉम सेक्टर में अपने झंडे गाड़ने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज रिटेल सेक्टर में भी उतर गई है।
हाल ही में रिलायंस ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जियोमार्ट लॉन्च किया है, जिसके जरिए कंपनी भारत में रिटेल सेक्टर के मौकों को भुनाना चाहती है।