मेकअप करने वाली लड़कियां चेहरे की हर चीज़ का ध्यान रखती हैं. चेहरे के लिए कई ब्यूटी प्रोडक्ट आते हैं जिनसे चेहरे पर झुर्रियां पड़ सकती हैं. ऐसे ही ये बात भी सामने आई है कि आईलाइनर वो लगा रही है उससे उसकी पलकें ख़राब हो जाती हैं. इसी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं कि ये सच या नहीं.
मार्केट में अलग-अलग तरह के आईलाइनर्स दिखते जिनमें से प्रमुख प्रकार हैं ये:
लिक्विड आईलाइनर (ब्रश से लगाए जानेवाले)
फेल्ट-टिप आईलाइनर (आर्ट लाईनर)
जेल या क्रीम आईलाइनर
कोल पेंसिल आईलाइनर
काजल आईलाइनर
रेग्युलर पेंसिल आईलाइनर
मैकेनिकल ट्विस्ट-अप आईलाइनर
आईशैडो (आईलाइलनर के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है)
एक्सपर्ट के अनुसार, ‘सभी प्रकार की आईलाइलनर में कुछ मुख्य चीज़ें शामिल होती हैं जैसे फिल्म बनाने वाले थिकनर और पिग्मेंट्स. फिल्म बनाने के लिए मोम, गम या जेल इस्तेमाल की जाती है, जो इसे चिपकने में मदद करते हैं और लाइनर का रंग दिखायी देता है. यह पिगमेंट आम तौर पर आयरन ऑक्साइड, क्रोमियम ऑक्साइड, टाइटेनियम ऑक्साइड और अन्य प्रकार के ऑक्साइड विशिष्ट रंग प्रदान करते हैं.
ये जेल, वैक्स, क्रीम या लिक्विड रूपों में बाज़ार में उपलब्ध हैं. लिक्विड आईलाइनर लगाने के लिहाज से सबसे आसान होते हैं. जहां ये आंख को सजाने और आपको आकर्षक दिखाने का काम करते हैं, एलर्जिक रिएक्शन असामान्य बात नहीं हैं. कोशिश करें कि रात में सोने से पहले आप इसे पूरी तरह से साफ करती हैं और पलकों पर मॉश्चराइज़र लगाती हैं.
टिप-अपना मनपसंद आईलाइनर इस्तेमाल करें लेकिन रात में सोने से पहले उसे अच्छी तरह साफ करें. आंखों की मसाज करें और आईलाइनर लगाते समय कभी अपनी आंखों की त्वचा ना खींचें.