झारखंड में कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ी हुई है, ऐसे में चिंता की बात ये है कि वैक्सीनेशन की पहली डोज खत्म हो गई है, जिसके कारण शुरू किए गए वैक्सीनेशन अभियान पर ब्रेक लग गया है. वहीं दूसरी डोज का स्टॉक भी अगले तीन दिनों तक ही चलने की उम्मीद है. वैक्सीन की कमी को लेकर स्वास्थ्य सचिव केके सोन ने चिंता जताते हुए कहा कि केंद्र से वैक्सीन को लेकर पत्र लिखा जा चुका है.
स्वास्थ्य सचिव केके सोन ने कहा कि राज्य में 5 अप्रैल तक सिर्फ साढ़े तीन लाख वैक्सीन डोज ही उपलब्ध थीं. इसमें सवा तीन लाख डोज कोविशील्ड की हैं, जबकि 25 हजार डोज कोवैक्सीन की हैं. जाहिर सी बात है कि तीन दिन के भीतर वैक्सीन की खेप नहीं पहुंची, तो झारखंड में टीकाकरण अभियान प्रभावित हो जाएगा. उन्होंने बताया कि मार्च के अंतिम सप्ताह में 5 लाख डोज और 2 अप्रैल को भी 5 लाख अतिरिक्त वैक्सीन डोज उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया है. यानी 10 लाख डोज की मांग की गई है, लेकिन अभी तक वैक्सीन की खेप नहीं आई है.
राज्य में बीते 24 घंटों में 1086 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं, जिसमें राजधानी रांची में 569 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. लगातार 5 दिन से पॉजिटिव का आंकड़ा 700 या 800 के पार दर्ज किया गया है. अब तो ये आंकड़ा 1000 पार कर रहा है. वहीं वैक्सीन की कमी चिंता को बढ़ा रही है. HEC अस्पताल में टीका लेने पहुंचे मंगल शर्मा यहीं के रिटायर्ड कर्मचारी हैं. रजिस्ट्रेशन पहले ही करवा लिया था. उन्हें 5 अप्रैल को वैक्सीन लगवाना था, लेकिन आउट ऑफ स्टॉक के नोटिस ने इनकी परेशनियों को बढ़ा दिया है. शिव मंगल सिंह स्कूल में टीचर हैं, उन्हें भी वैक्सीन नहीं मिल सकी.
वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल में भी वैक्सीन 5 अप्रैल को ही खत्म हो गया है. निजी हॉस्पिटल के संचालक योगेश गंभीर कहते हैं कि 100 का लक्ष्य था, लेकिन 5 अप्रैल को सिर्फ 60 लोगों को वैक्सीन देकर ड्राइव रोकना पड़ा. प्राइवेट हॉस्पिटल में अब आपूर्ति होने में भी समय लगेगा. बता दें कि 4 अप्रैल तक झारखंड में 15,94,804 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है. जबकि 2,63,737 लोगों को दूसरी डोज मिल चुकी है.
राज्य में 14 अप्रैल तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है. प्रतिदिन 1 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है. 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के दिन न सिर्फ पंचायत स्तर पर टीका लगाया जाएगा, बल्कि कोरोना से बचाव के तरीके और वैक्सीनेशन की अहमियत को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा. वहीं बात करें तो अब तक कोविशिल्ड के 20,74,760 डोज और
कोवैक्सीन के 2,37,760 डोज झारखंड सरकार को मिले हैं.