13 साल की लड़की की यह कहानी आपके दिलो-दिमाग को झकझ़ोर देगी। आठवीं कक्षा की इस छात्रा पर किस्मत की ऐसी मार पड़ी कि दर-दर की ठोकर खाने को विवश है। पढा़ई के प्रति जुनून था और शिक्षा ग्रहण कर बड़ी मंजिल हासिल करना चाहती थी, लेकिन सारे सपने टूट गए और आज वह नारी निकेतन में रहने को मजबूर है। मां की मौत हो गई और पिता लोन डिफाल्टर होने के कारण कहां लापता हाे गया। अब उसे देखकर लगता है कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ महज स्लोगन है।
आठवीं कक्षा की छात्रा जालंधर नारी निकेतन में रहने को मजबूर, स्कूल के हॉस्टल से गायब हो गई थी
यह आठवीं कक्षा की 13 वर्षीय छात्रा आंचल को पहले अपनों के साथ छोड़ने की पीड़ा मिली और फिर सरकारी सिस्टम के गैर जिम्मेदाराना रवैए ने उसकी उम्मीदों को चकनाचूर कर दिया। वह दस दिनों से जालंधर नारी निकेतन में रहने को मजबूर है। आंचल का भविष्य क्या होगा, इस पर अभिभावक की भूमिका अब तक निभा रहा स्कूल प्रशासन खामोश है।
यह घटना फिरोजपुर शहर की है। आंचल की मां की मौत हो चुकी है, जबकि पिता डिफाल्टर होने के कारण घर से फरार चल रहा है। तीन बहनोें में से दो बहनों को आंचल की मौसी अपने साथ ले गई। आंचल के पढ़ाई के जुनून को देखते हुए उसके रिश्तेदारों ने सरकारी सीनियर सेंकेडरी स्कूल में दाखिला दिलवाया दिया था। स्कूल के हास्टल में रहकर आंचल अपनी पढ़ाई आगे जारी रखे हुए थे, लेकिन 12 जुलाई को पता नहीं क्या हुआ और वह स्कूल से गायब हो गई।
जालंधर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बलों ने संदिग्ध हालत में देखा तो चाइल्ड लाईन को सौंपा
आंचल के स्कूल से अचानक गायब होने की घटना पर कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है। बताया जा रहा है कि स्कूल से बाहर निकलने के बाद आंचल ने मुंबई जाने के लिए फिरोजपुर कैंट रेलवे से टिकट खरीदा और गलती से वह फिरोजपुर-जालंधर डीएमयू ट्रेन में बैठ गई। जालंधर पहुंचने पर उसकी संदिग्ध हालत को देखते हुए आरपीएफ द्वारा उसे चाइल्ड लाईन के हवाले कर दिया गया। चाइल्ड लाईन द्वारा अगले दिन सुबह ही फिरोजपुर के उस स्कूल में संपर्क कर बताया गया कि आंचल उनके पास है, और वह आकर उसे ले जाए। लेकिन, स्कूल प्रशासन उसे हॉस्टल लाने की जगह उसके रिश्तेदारों को खोज रहा है।
स्कूल में 1100 के लगभग छात्राएं पढ़ती है, जिसमें से 150 छात्राएं स्कूल के हॉस्टल में रहती हैं, जिनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की है। आंचल के स्कूल व हॉस्टल में न होने की सूचना स्कूल प्रबंधन को रात्रि में उस समय हुई, जब उसके साथ रहने वाली लड़कियों ने इसकी शिकायत की।
आंचल के लापता होने की सूचना स्कूल ने दी थी: एसएचओ
सदर फिरोजपुर थाने के प्रभारी गुरविंदर सिंह ने बताया कि 12 जुलाई की रात्रि स्कूल द्वारा छात्रा आंचल के गायब होने की सूचना दी गई थी, परंतु दूसरे दिन सुबह ही स्कूल द्वारा छात्रा के जालंधर में मिलने और परिजनों को सौंपे जाने की बात की गई थी, जिसके बाद जांच बंद कर दी गई।
लड़की के रिश्तेदार मिल नहीं रहे है : प्रिंसिपल
फिरोजपुर शहर के सरकारी कन्या स्कूल के प्रिंसिपल राजेश मेहता ने बताया कि आंचल 12 जुलाई को स्कूल से अचानक गायब हो गई थी। खोजबीन करने के बाद स्कूल प्रबंधन ने सदर थाने को सूचित कर दिया था। दूसरे दिन आंचल के जालंधर में पहुंचने की बात सामने आई। लड़की को उसके रिश्तेदारों तक पहुंचाने के लिए उनकी खोज रहे हैं। वे नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल आंचल नारी निकेतन जालंधर में है, जैसे ही उसका कोई रिश्तेदार सामने आता है, तो उनके सुपुर्द करवा देंगे।
शिक्षा के अधिकार से किसी को वंचित नहीं किया जा सकता : डीसी
जिला उपायुक्त (डीसी) चंद्र गैंद ने कहा कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। वह इस बारे में पता करेंगे कि पूरा मामला क्या है। वह कोशिश करेंगे कि जल्द से जल्द आंचल अपने स्कूल के हाॅस्टल में पहुंचे और अपने सुरहने भविष्य के लिए आगे की पढ़ाई जारी रखे। किसी को शिक्षा के अधिकारी से वंचित नहीं किया जा सकता है।