कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि मेरे और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच किसी तरह की बहस नहीं हुई है. इस बात में कोई सच्चाई नहीं है कि हम दोनों के बीच राहुल गांधी के सामने बहस हुई और उनके दखल के बाद यह मामला शांत हुआ. मीडिया में जो खबर चल रही है उसका कोई आधार नहीं है और बेबुनियाद है. मध्य प्रदेश में हम सभी एकजुट हैं और भ्रष्टाचार में लिप्त बीजेपी सरकार को हराने के लिए तैयार हैं.
मध्य प्रदेश में अभी तक कांग्रेस ने उम्मीदवारों की एक भी सूची जारी नहीं की है. इस बीच ऐसी खबर आई थी कि उम्मीदवारों को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के दो दिग्गज दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच राहुल गांधी के सामने बीच तीखी बहस हो गई. राहुल गांधी द्वारा दखलअंदाजी देने के बाद दोनों नेता शांत हुए.
बीजेपी भी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट आज देर रात तक जारी कर सकती है. इसको लेकर बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक हुई, जिसमें ज्यादातर प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए गए हैं. बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के चयन के लिए सर्वे को आधार बनाया है. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का साफ मानना है कि उन्हीं उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा जो जिताऊ हैं. इसी वजह से सर्वे को टिकट पाने का आधार माना गया है.
जानकारी के मुताबिक, स्क्रीनिंग कमेटी ने करीब 30 उम्मीदवारों के नाम को केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा है. 230 में से 150 उम्मीदवारों के नाम तय किए जा चुके हैं. हालांकि, आखिरी फैसला केंद्रीय चुनाव समिति को ही लेना है. कांग्रेस की कोशिश है कि सभी 230 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा 5 नवंबर से पहले तक कर लिया जाए. पहली लिस्ट में किसे टिकट मिलता है और किस खेमे के ज्यादा प्रत्याशियों को टिकट मिलता है, इसके लिए शुक्रवार का इंतजार करना होगा.
मध्य प्रदेश में एक चरण में सभी 230 सीटों के लिए 28 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. नामांकन 2 नवंबर से दाखिल किए सकते हैं. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 9 नवंबर है. 12 नवंबर तक नामांकन पत्रों की जांच होगी और 14 नवंबर तक उम्मीदवार नामांकन वापस ले सकते हैं. 28 नवंबर को मतदान होगा.