अमेरिकी सरकार एक ऐसी रिपोर्ट सार्वजनिक करने जा रही है जिससे यह पता चलेगा कि सरकार को यूएफओ और एलियन को लेकर अब तक क्या-क्या जानकारी हाथ लग चुकी है. लेकिन इस रिपोर्ट प्रकाशित होने से पहले ही अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस के पूर्व डायरेक्टर ने यूएफओ को लेकर नई जानकारी शेयर की है. उन्होंने कहा है कि यूएफओ अपनी खास तकनीक के जरिए उड़ान भरते हैं और अमेरिका के पास इसके सबूत हैं.
अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस के पूर्व डायरेक्टर जॉन रेटक्लिफ ने कहा है कि अमेरिका के पास इस बात के सबूत हैं कि यूएफओ बिना सोनिक बूम (धमाके जैसी जोरदार आवाज) के साउंड की रफ्तार से तेज उड़ सकता है. जबकि इंसान, अब तक ऐसी तकनीक विकसित नहीं कर सका है.
डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में रहने के दौरान नेशनल इंटेलिजेंस के प्रमुख रहे रेटक्लिफ ने कहा कि यूएफओ को लेकर कई ऐसी भी घटनाएं सामने आई हैं जिनका आसानी से विश्लेषण नहीं किया जा सकता. फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, रेटक्लिफ ने कहा कि यूएफओ देखे जाने की जितनी घटनाएं सार्वजनिक की गई है, उससे कहीं अधिक घटनाएं वास्तव में हुई हैं.
जॉन रेटक्लिफ ने कहा कि जब हम यूएफओ के देखे जाने की बात करते हैं तो इसका मतलब वैसी घटनाओं से होता है जिसे नेवी या एयर फोर्स के पायलटों ने देखा हो या फिर सैटेलाइट ने इन्हें कैप्चर किया हो और इन घटनाओं के कारणों को समझना मुश्किल हो.
वहीं, अमेरिका की सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों को एक जून तक यूएफओ और एलियन से जुड़ी रिपोर्ट प्रकाशित करनी है. इस रिपोर्ट में एजेसियों को उन सभी जानकारियों को सार्वजनिक करना होगा जो यूएफओ के बारे में उन्होंने अब तक हासिल की है. जॉन रेटक्लिफ ने कहा कि इन घटनाओं को सार्वजनिक किया जाना जनता के हित में है.
पिछले साल अगस्त में अमेरिका के रक्षा विभाग ने ऐलान किया था कि वह Unidentified Aerial Phenomena Task Force का गठन करने जा रही है. वहीं, नेवी ने पिछले साल 2004 और 2015 में रिकॉर्ड किए गए वीडियो भी जारी किए थे जिनमें अतुलनीय रफ्तार से कुछ संदिग्ध चीजें उड़ती हुई देखी गई थीं.