युवाओं की ऊर्जा, मेधा व सोच को हरियाणा सरकार अपनी ताकत बनाएगी। सुशासन में इस युवा पीढ़ी का सहयोग लिया जाएगा और उसे अपना भी भविष्य बनाने का मौका दिया जाएगा। विशेष प्रक्रिया के तहत युवाओं का चयन किया जाएगा। इन्हें सुशासन सहयोगी बनाया जाएगा।
इस योजना का मकसद देश के प्रतिभावान युवाओं को चुनना और उन्हें एक साल तक राज्य की विभिन्न योजनाओं के साथ जोड़ना है। जिलों में प्रशासन के साथ जुड़ने वाले युवाओं को उपायुक्त एक योजना की जिम्मेदारी देंगे। ये युवा उस योजना की निगरानी, कार्यान्वयन और कमियों को तलाश कर उपायुक्त को फीडबैक देंगे। उपायुक्त फीडबैक के आधार पर योजनाओं को मजबूत करेंगे।
दो साल से बंद थी योजना
इसे मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी फेलोशिप कार्यक्रम नाम दिया गया है जो कि एक जनवरी 2026 से फिर शुरू होने जा रहा है। हालांकि 2016 में इसकी शुरुआत हो चुकी थी लेकिन दो साल से यह बंद थी। पिछला बैच 2022-2023 में चुना गया था। उस दौरान पूरे देश से लगभग 2500 युवाओं ने आवेदन किया था जिसमें 24 युवा चुने गए। योजना से जुड़े युवाओं ने कृषि, गरीबी उन्मूलन, ई-गवर्नेंस, शिक्षा और सेवा वितरण में कई प्रमुख पहल कीं जिसका फायदा सीधे तौर पर राज्य सरकार व जनता को मिला था।