एजेंसी/नई दिल्ली। जेएनयू स्टूडेंट लीडर कन्हैया कुमार ने दसवीं की छात्रा जाह्नवी बहल की खुली बहस की चुनौती स्वीकार ली है। जाह्नवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कन्हैया के बयान पर नाराजगी जताते हुए उसे यह चुनौती दी थी। गैरसरकारी संगठन रक्षा ज्योति फाउंडेशन की सक्रिय युवा सदस्य और डीएवी स्कूल की दसवीं की छात्रा जाह्नवी बहल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दिए गए कन्हैया के भाषणों की निंदा करते हुए कहा था कि वह किसी भी समय कन्हैया कुमार से इस विषय पर बहस करने के लिए तैयार हैं।
जाह्नवी बहल ने कन्हैया कुमार को हिदायत देते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। प्रधानमंत्री देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। यदि उनको ही अपमानित किया जाने लगा तो देश की साख पर बुरा असर पड़ेगा। कन्हैया कुमार राजनीति से प्रेरित होकर इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। कन्हैया कुमार पर देशद्रोह का आरोप था। उसे इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। फिलहाल वह अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आ चुका है।
हाल में जारी एक वीडियो में कन्हैया कुमार ने जाह्नवी की चुनौती स्वीकार करते हुए कहा कि पहले वह अमेरिका के चुनाव में जाकर बहस करे। इन दिनों अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए शीर्ष प्रतिस्पर्धियों में बहस का दौर चल रहा है। कन्हैया ने कहा कि मुझसे बहस करने से बेहतर है कि जाह्नवी वहां जाकर बहस करे। कन्हैया के इस बयान का वीडियो में जारी हुआ है।