जालंधर : लॉरेंस बिश्नोई गैंग के आठ गैंगस्टर गिरफ्तार

आरोपियों के पास से एक पिस्तौल 30 बोर 05 कारतूस, एक पिस्तौल 32 बोर 05 कारतूस, एक देसी कट्टा 315 बोर, 4 मैगजीन, एक स्पलेंडर मोटरसाइकिल और दो स्कूटर (एक्टिवा) बरामद किए गए हैं। इन गैंगस्टरों की गतिविधियां राष्ट्रीय सीमाओं से परे तक फैली हुई थीं, जिनका संबंध वर्तमान में इंग्लैंड में रह रहे सूरज से था।

जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने जबरन वसूली, धमकी और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल लॉरेंस बिश्नोई गैंग के आठ बदमाशों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने यह जानकारी दी। 

शर्मा ने कहा कि 27 जनवरी को कर्मा फैशन शोरूम के मालिक को एक फोन आया जिसमें 50 लाख रुपये की मांग की गई। कमिश्नरेट पुलिस ने कार्रवाई करते हुए थाना डिवीजन 4 जालंधर में आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी थी। 

जांच के दौरान सामने आया कि गिरोह के सदस्यों ने योजनाबद्ध तरीके से उद्योगपतियों और व्यापारियों के बारे में जानकारी जुटाई थी, जिसका इस्तेमाल कर पैसे लूटे जाते थे। पुलिस ने जांच के आधार पर 8 गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान संजय बावा, दीपक कुमार, गजिंदर राजपुर उर्फ गज्जू, राधे, अभिषेक, पप्पू, मनोज और दीपक कुमार के रूप में हुई है। 

उन्होंने बताया कि इन सभी गैंगस्टरों को टीवी टावर जालंधर नजदीक धोबी घाट से गिरफ्तार किया गया है और इनके पास से एक पिस्तौल 30 बोर 05 कारतूस, एक पिस्तौल 32 बोर 05 कारतूस, एक देसी कट्टा 315 बोर, 4 मैगजीन, एक स्पलेंडर मोटरसाइकिल और दो स्कूटर (एक्टिवा) बरामद किए गए हैं। 

जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि इन गैंगस्टरों की गतिविधियां राष्ट्रीय सीमाओं से परे तक फैली हुई थीं, जिनका संबंध वर्तमान में इंग्लैंड में रह रहे सूरज से था। गिरोह की गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए सीपी ने बताया कि यह गिरोह लोगों से पैसे निकालने के लिए कॉल और लेटर का काम करता था। उन्होंने कहा कि कॉल के लिए इस्तेमाल किए गए अंतरराष्ट्रीय नंबर के बारे में विवरण प्राप्त करने पर मुख्य ध्यान देने के साथ जांच पहले से ही चल रही है। कमिश्नर स्वपन शर्मा ने कहा कि सभी आठ गैंगस्टरों की अभी तक कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं मिली है, लेकिन इस संबंध में विस्तृत जांच की जा रही है।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com