जिला जालंधर में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। सोमवार को डेंगू के 2 और पॉजिटिव केस मिलने से जिले में डेंगू पॉजिटिव रोगियों की संख्या 37 पर पहुंच गई है जिनमें से 23 रोगी शहरी तथा 14 ग्रामीण क्षेत्रों के रहने वाले हैं।
जिला एपिडैमोलोजिस्ट डॉ. शोभना बांसल ने बताया कि सोमवार को डेंगू पॉजिटिव आने वाली 50 वर्षीय महिला गांव बाकू नंगल और 17 वर्षीय युवक फिल्लौर का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि सोमवार को डेंगू के 48 संदिग्ध रोगियों के सैंपल टेस्ट किए गए और उनमें से 3 की रिपोर्ट पॉजीटिव आई। इनमें से एक रोगी अन्य जिले का रहने वाला हैं। डॉ. शोभना ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की एंटी लारवा टीमों ने शहरी क्षेत्रों के 781 तथा ग्रामीण क्षेत्र के 2256 घरों में सर्वे किया और उन्हें 14 स्थानों पर डेंगू ज्वर फैलाने वाले मच्छरों का लारवा मिला। इनमें 10 स्थान शहरी एवं 4 ग्रामीण क्षेत्रों के हैं।
डेंगू के लक्षण
-सिरदर्द
-मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
-उल्टी
-जी मिचलाना
-आंखों में दर्द होना
-त्वचा पर लाल चकत्ते होना
-ग्लैंड्स में सूजन होना
डेंगू का इलाज
मच्छरों के प्रजनन क्षेत्रों पर लगाएं रोक
डेंगू के प्राथमिक सोर्स होते हैं एडीज मच्छर जो की रुके हुए पानी में पनपते हैं। आपके घर में मच्छरों के प्रजनन के जोखिम को कम करने के लिए घर में जहां पानी भरा हुआ है उन स्थानों को खत्म करें और रुके हुए पानी को तुरंत साफ करें। साथ ही नाली और पानी निकलने वाले पाइपों की भी सफाई करें।
मच्छरों को घर में आने से रोकने के लिए खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें, साथ ही मच्छरदानी का उपयोग करें। ये मच्छर से बचाने के लिए सबसे अच्छा उपाय हो सकते हैं। इसके अलावा, घर के अंदर ठंडा वातावरण बनाए रखने के लिए पंखे या एयर कंडीशनिंग का उपयोग करें क्योंकि ठंडे मौसंम में मच्छरों की गतिविधि कम हो जाती है।
करें कीट नाशकों का इस्तेमालखुली त्वचा पर मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाने से मच्छर के काटने की संभावना काफी कम हो सकती है। अगर आपके एरिया या घर में मच्छर ज्यादा हैं तो मच्छर से बचाने वाली क्रीम का उपयोग करें। ध्यान रखें कि उनमें DEET, पिकारिडिन, सिट्रोनेला और नींबू नीलगिरी का तेल जरूर शामिल हों।