विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों पक्षों ने इस बात पर चर्चा की कि कैसे भारत और जापान संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने को लेकर उच्च गति की रेल, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, नवप्रवर्तन, अंतरिक्ष विज्ञान, स्वास्थ्य तथा खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, हमने कौशल विकास जैसे कुछ नये क्षेत्रों पर भी विचारों का अदान-प्रदान किया…

सुषमा कल प्रधानमंत्री शिंजो एबे से मुलाकात करेंगी. उन्होंने कहा कि इस बातचीत ने इस वर्ष के अंत में होने वाली अगले द्विपक्षीय वार्षिक सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अगमन का मार्ग प्रशस्त किया है.
सुषमा ने कहा, मुझे यकीन है कि वह यात्रा हमारे विशेष रणनीतिक तथा वैश्विक साझोदारी को नया मुकाम देगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तथा जापान के विदेश मंत्री तारो कोनो के बीच रणनीतिक वार्ता से इतर दोनों पक्षों के बीच दस्तावेजों पर हस्ताक्षर/आदान प्रदान हुए.

कुमार ने ट्वीट किया, विविध क्षेत्रों में संबंधों को आगे ले जाने पर सार्थक बातचीत हुई. हमारे संबंधों को मजबूत बनने में श्रीमान किशीदा की भूमिका मूल्यवान है. सुषमा ने तोक्यो में विवेकानंद सांस्कृतिक केन्द्र में प्रवासी भारतीयों को भी संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने जापान के साथ संबंध प्रगाढ़ करने तथा जापान में भारत की सकारात्मक छवि बनाने में प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना की.