जापान की संसद ने बुधवार को नए प्रधानमंत्री के तौर पर योशिहिदे सुगा ( Yoshihide Suga) को चुन लिया है। करीब 8 सालों बाद सुगा देश के नए प्रधानमंत्री चुने गए। संसद के निचले सदन ने वोट देकर इनका चुनाव किया जहां सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का बहुमत है। इसके पहले इस पद पर प्रधानमंत्री रहे शिंजो एबी (Shinzo Abe) और उनके कैबिनेट ने इस्तीफा दे दिया। जापान में लंबे समय तक प्रधानमंत्री का पद संभालने में रिकॉर्ड कायम करने वाले शिंजो एबी पद संभालने वाले प्रधानमंत्री एबी ने अपने स्वास्थ्य कारणों से पिछले माह अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था। बता दें कि चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी योशिहिदे सुगा लंबे समय से एबी के दाहिने हाथ रहे। उन्हें सोमवार को गवर्निंग लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का नया प्रमुख चुना गया।
कैबिनेट का होगा ऐलान
सुगा ने एबी की डिप्लोमैसी और आर्थिक नीतियों की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि नए कैबिनेट में उन्हें कठिन परिश्रम करने वाले लोगों की जरूरत है। मीडिया सूत्रों के अनुसार वित्त मंत्री तारो आसो, विदेश मंत्री तोशीमित्सु मोटेगी और ओलंपिक मंत्री साइको हाशिमोटो अपने पद पर बने रहेंगे। सुगा ने दूसरे देशों का दौरा काफी कम किया है और उनकी राजनयिक कुशलता के बारे में जानकारी नहीं है हालांकि उनसे इस बात की काफी उम्मीदें हैं कि वे एबी की प्राथमिकताओं को आगे ले जाएंगे। नए प्रधानमंत्री को चीन के साथ संबंधों समेत अनेकों चुनौतियों का सामना करना होगा।
नए प्रधानमंत्री की राह में सुगा, स्ट्रॉबेरी की खेती करते थे पिता
अकीता के उत्तरी इलाके में स्ट्रॉबेरी की खेती करने वाले किसान के पुत्र सुगा ने खुद से राजनीति में अपने लिए राह बनाई। उन्होंने ग्रामीण समुदाय और सामान्य लोगों के हित में काम करने को लेकर प्रतिबद्ध। उन्होंने कहा कि वे एबी की अधूरी नीतियों को आगे ले जाएंगे और उनकी शीर्ष प्राथमिकता कोरोना वायरस से जंग होगी साथ ही महामारी के कारण जर्जर हुई अर्थव्यवस्था को फिर से अपनी जगह पर लाएंगे। उनसे उम्मीदें हैं कि वे एबी की नीतियों को आगे ले जाएंगे। सुगा एबी के विश्वस्त समर्थक रहे हैं। एबी का कार्यकाल उनकी अस्वस्थता के कारण बाधित रहा और सुगा की मदद से 2012 में वे दोबारा प्रधानमंत्री बने थे।