अफगानिस्तान के जाने माने कॉमेडियन नजर मोहम्मद उर्फ खाशा का क़त्ल करने के बाद अब आतंकी संगठन तालिबान ने अफगानिस्तान के उरुज्गन (Uruzgan) प्रांत के कवि और इतिहासकार अब्दुल्ला अतेफी को भी मौत के घाट उतार दिया है। प्रांत के गवर्नर के अनुसार, हत्या करने से पहले तालिबानियों ने अतेफी को काफी प्रताड़ित किया।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान से जुड़े मुद्दों पर रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार फ्रड बेझन (Frud Bezhan) ने ट्वीट करते हुए अतेफी की हत्या की जानकारी दी। बेझन ने बताया कि कवि और इतिहासकार अतेफी का क़त्ल अफगानिस्तान के दक्षिणी प्रांत उरुज्गन के चोरा जिले में हुआ है, जो बीते जून से तालिबान के नियंत्रण में है। उरुज्गन प्रांत के गवर्नर मोहम्मद उमर सिरजाद ने बताया है कि जहाँ कहीं भी तालिबान का कब्ज़ा है, वहाँ शिक्षाविदों, लेखकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, कवियों, कलाकारों और महिलाओं को प्रताड़ित किया जा रहा है, डराया-धमकाया जा रहा है और उनकी हत्याएं तक की जा रही है।
सिरजाद के अनुसार, अब्दुल्ला अतेफी का क़त्ल करने से पहले उन्हें घर से घसीट कर बाहर लाया गया और उन्हें प्रताड़ित किया गया। अफगानिस्तान के उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने अतेफी की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि अफगानिस्तान के विद्वान खतरे में हैं और तालिबान इन्हें खत्म करके देश को बंजर बनाना चाहता है। सालेह ने यह भी कहा कि अतेफी की गलती केवल यह थी, कि वो अर्थव्यवस्था और इतिहास के जानकर थे। हालाँकि, तालिबान के प्रवक्ता ने अतेफी के क़त्ल में तालिबानी लड़ाकों की संलिप्तता से इनकार किया है।