जानें, कोरोना से पर्यटन उद्योग को कितना अधिक हुआ नुकसान,

कोरोना ने दुनिया भर के सभी देशों की इकोनॉमी को खासा नुकसान पहुंचाया है। कुछ सेक्टरों को कोरोना की वजह से काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। इनमें टूरिज्म इंडस्ट्री प्रमुख है। दुनियाभर में कई ऐसे देश हैं, जिनकी टूरिज्म इंडस्ट्री पर बड़ी निर्भरता है और इसके खराब होने से उन्हें बड़ी आर्थिक हानि झेलनी पड़ रही है। दुनिया भर में इस सेक्टर से 33 करोड़ नौकरियां मिलती हैं। भारत में भी इस सेक्टर को काफी हानि हुई है।

वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल (डब्ल्यूटीटीसी) के अनुसार, मैक्सिको को टूरिज्म की वजह से काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है, क्योंकि इसकी 15.5 फीसदी जीडीपी ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री पर निर्भर है। ग्लोबल डिजिटल इकोनॉमी पर डाटा मुहैया कराने वाली कंपनी ने वर्ल्ड ट्रेवल एंड टूरिज्म काउंसिल (डब्ल्यूटीटीसी) के आधार पर उन देशों की सूची बनाई है, जो कि कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। इस सूची में सबसे ऊपर मैक्सिको, स्पेन और इटली हैं। यूरोपीय देश जहां सबसे अधिक लोग घूमने जाते थे, वहां की टूरिज्म इंडस्ट्री पर इसका काफी असर पड़ा है। इन देशों के रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा पर्यटन से आता था।

वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल (डब्ल्यूटीटीसी) की रिपोर्ट के अनुसार, स्पेन की जीडीपी में पर्यटन ने बीते साल 14.3 प्रतिशत का योगदान दिया था और इटली की जीडीपी में यह हिस्सेदारी 13 फीसदी की थी।

यूरोप में लॉकडाउन के समय वयस्कों को सिर्फ खाना, दवाई खरीदने और कुत्ता टहलाने के लिए घर से बाहर निकलने की इजाजत थी। स्पेन टूरिज्म इंडस्ट्री को फिर से पटरी पर लाने के लिए मशक्कत कर रहा है। उसने पिछले माह अपनी सीमाएं यूरोपियन यूनियन के देशों और सत्यापित थर्ड पार्टी देशों के लिए खोली थी। इटली ने भी यूरोपियन यूनियन के पर्यटकों के लिए अपने दरवाजे खोले थे। दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी अमेरिका पर टूरिज्म का प्रभाव हालांकि कम पड़ा है। अमेरिका में टूरिज्म इंडस्ट्री जीडीपी का 8.6 प्रतिशत हिस्सा है, जिसके मुख्य घटक होटल, ट्रेवल एजेंट, एयरलाइंस और रेस्तरां हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, भारत में ट्रैवल एंड टूरिज्म इंडस्ट्री का कुल इकोनॉमी में 6.8 प्रतिशत का योगदान है। यही नहीं, इस इंडस्ट्री से 39, 821 लोगों को रोजगार भी मिलता है। अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों पर भी इसका असर पड़ा है। अगर आंकड़ों की बात करें तो 2019 में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आने से 2130.5 बिलियन रुपये का कारोबार हुआ था।

वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल (डब्ल्यूटीटीसी) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 12 फीसदी लोग बांग्लादेश से, 9 प्रतिशत लोग अमेरिका से, 6 प्रतिशत लोग ब्रिटेन से, 2 फीसदी कनाडा से, 2 फीसदी आस्ट्रेलिया और 69 फीसदी लोग दुनिया के अन्य देशों से आते थे। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर में 83 प्रतिशत खर्च घरेलू स्तर पर होता है, वहीं 17 फीसदी खर्च अंतरराष्ट्रीय स्तर पर।

वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल (डब्ल्यूटीटीसी) की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री का दुनिया भर की जीडीपी में 10 फीसदी का योगदान है। बीते पांच सालों में दुनियाभर में चार में से एक नई नौकरी इस सेक्टर में आई है। दुनियाभर में ये सेक्टर 3.5 फीसदी की ग्रोथ से आगे बढ़ रहा था।

 

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com