1. पत्नियों का विकास क्रम:
1960 में:
पति: एक कप चाय…!
पत्नी पहले से लिए खड़ी मिलती थी…!
1970 में :
पति: एक कप चाय…!
पत्नी: अभी लाई जी…!
1980 में:
पति: एक कप चाय…!
पत्नी: लाती हूँ…!
1990 में:
पति: एक कप चाय…!
पत्नी: ला रही हूँ…! थोडा सब्र रखो…!
2000 में:
पति: एक कप चाय…!
पत्नी: लाऊंगी…! अभी सीरियल में ब्रेक आने दो..!
2010 में:
पति: एक कप चाय…!
पत्नी: हल्ला न करो…! खाली हो कर देती हूँ…! नहीं तो खुद से बना के पी लो…!
और आजकल:
पति: एक कप चाय…!
पत्नी: क्या कहा….?
पति: अजी कुछ नहीं…! एक कप चाय बनाने जा रहा था, सोचा तुमसे भी पूछ लूँ…! पियोगी क्या…?
2. जिस प्रकार पाप का घड़ा भरते ही मनुष्य
की मृत्यु हो जाती है उसी प्रकार
.
खुशियों का घड़ा भरते
ही शादी हो जाती है.
3. ग्राहक : beta तेरे पापा की तो रसगुल्ले
की दुकान है, तेरा खाने का मन
नहीं करता?
.
बच्चा : बहुत मन करता है अंकल…
लेकिन पापा गिन कर रखते हैं इसलिए बस
चूस के वापिस रख देता हूँ ।
.
ग्राहक बेहोश.