आधुनिक जीवनशैली के बीच मिट्टी के बर्तन धीरे-धीरे चलन से बाहर हो गए | लेकिन पिछले कुछ सालों से मिट्टी का तवा मेट्रो सिटीज के साथ ही छोटे शहरी घरों में भी देखने को मिल रहा है | पुराने लोग आज भी कहते हैं कि मिट्टी के बर्तन में बना खाना खाने से कई तरह के फायदे मिलते हैं | आयुर्वेद में कहा गया है कि खाने को आग के ऊपर धीरे-धीरे पकना चाहिए | लेकिन स्टील और एल्युमिनियम के बर्तन में यह संभव नहीं हो पाता | इनमें खाना तेजी से पकता है. जबकि मिट्टी के बर्तन में खाना हल्की आंच पर बनाया जाता है. इससे खाना स्वादिष्ट और पौष्टिक बनता है |
बनाये खाना और स्वादिष्ट और पौष्टिक :
मिट्टी के तवे पर बनी रोटी स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है | आटा मिट्टी के तत्वों को अवशोषित कर लेता है, जिससे इसकी पौष्टिकता बढ़ जाती है | साथ ही इसमें मौजूद सभी तरह के प्रोटीन शरीर की खतरनाक बीमारियों से रक्षा करता है |
देता है कब्ज से राहत :
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और बदलती जीवनशैली के बीच कब्ज की समस्या आम हो गई है | जिस व्यक्ति को कब्ज की परेशानी हो उसे तवा पर बनी रोटी खाने से आराम मिलता है | कुछ समय तक लगातार ऐसा करने से कब्ज में राहत मिलती है |
दे गैस से राहत :
मिट्टी के तवे पर बनी रोटी खाने से गैस की समस्या छूमंतर हो जाती है | यदि आपको भी दिनभर ऑफिस में बैठने के कारण गैस की परेशानी है तो मिट्टी के तवे बनी रोटी आप भी आजमा सकते हैं |