मंगल है खास
मंगलवार को बजरंगबली की पूजा की जाती है क्योंकि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था। साथ ही उनको मंगल ग्रह का नियंत्रक भी माना जाता है। यही वजह है कि इस दिन को हनुमान जी की पूजा के लिए नियत किया गया। ऐसा विश्वास किया जाता है कि इस दिन हनुमान जी की उपासना करने से साहस, आत्मविश्वास और आत्मशक्ति की प्राप्ति होती है।
ध्वज भी है महत्वपूर्ण
कहते हैं कि महाभारत के युद्ध में हनुमान जी अर्जुन के रथ के ध्वज पर विराजमान थे और सारे युद्ध में उन्होंने पांडवों की रक्षा की थी। इसीलिए आयु रक्षा, मुकदमों तथा परीक्षा में विजय और संपत्ति की प्राप्ति के लिए हनुमान जी को मंगलवार को हनुमान जी पर तिकोनी केसरिया ध्वजा चढ़ाई जाती है।
तुलसी प्रेम का कारण
ये तो सभी जानते हैं कि तुलसी भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है और उनके सभी अवतारों को भी चढ़ाई जाती है। हनुमान विष्णु जी के एक अवतार श्रीराम के परम भक्त हैं और तुलसी चढ़ाने से श्री राम भी अत्यंत प्रसन्न होते हैं जाहिर है हनुमान जी भी भोजन के साथ तुलसी समर्पित करने से प्रसन्न होते हैं।
बजरंगबली का सिंदूर प्रेम
एक कथा के अनुसार माता सीता को अपने स्वामी श्री राम को प्रसन्न करने के लिए सिंदूर से मांग भरते देख कर हनुमान जी ने शरीर में ढेर सारा सिन्दूर लगा लिया था ताकि श्री राम उनसे भी स्नेह करें। तभी से हनुमान जी को सिन्दूर चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई। ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी को सिन्दूर और चमेली का तेल चढ़ाने से रोगों और शारीरिक व्याधियों से मुक्ति मिलती है।