सृष्टि की सबसे अद्भुत रचना है मानव शरीर और उससे भी अनोखे हैं उसके बारे में शास्त्रों में बताई गईं जानकारियां। इस बात से शायद ही किसी को इंकार होगा कि हमारे शास्त्रों, पुराणों और वेदों ने मानव जीवन के हर संभव-असंभव पहलू तक अपनी पहुंच बनाई हुई है। जिनके जरिए भविष्य के भी कई रहस्य की बारीकियों का समझा जा सकता है। ऐसे ही एक शास्त्र सामुद्रिक शास्त्र में मनुष्य के हाव-भाव, चेहरे और शारीरिक बनावट के आधार पर कई पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई है। जिसके अनुसार स्त्री के पांव उसके पति के भविष्य के बारे में भी काफी कुछ बताते हैं। चलिए जानते हैं क्या और कैसे…
दरअसल हर स्त्री के पैर में कुछ खास निशान होते हैं, जो उसके पति के उज्जवल भविष्य का संकेत देते हैं। इसके अलावा पैरों का आकार भी ये बताता है कि संबंधित स्त्री का दांपत्य जीवन कैसा रहेगा। ऐसे भी पुराणों के अनुसार पति-पत्नी को एक-दूसरे का पूरक माना जाता है। इसी बात को आधार बनाकर यह बताया गया है कि स्त्री हो या पुरुष, उनके शरीर पर कुछ ऐसे निशान होते हैं जो उनके जीवनसाथी से जुड़े होते हैं।
शास्त्र में बताया गया है कि यदि किसी स्त्री के पांव की दूसरी उंगुली, जिसे तर्जनी भी कहा जाता है, अन्य उंगुलियों से बड़ी होती है तो ऐसी स्त्री अपने पति के साथ कंधे से कंधे मिलाकर साथ चलने में विश्वास करती है। विपरीत विचारों के चलते आपसी सामंजस्य बनाने के लिए अधिक प्रयास करना पड़ सकता है।
शास्त्र के अनुसार, अगर चलते समय स्त्री के पैर की कनिष्ठिका और अनामिका उंगुली जमीन को स्पर्श नहीं करती तो यह कम उम्र में विधवा हो जाने का संकेत हो सकता है।
ये बताती है उंगली की लंबाई
यदि किसी स्त्री के पैर की मध्यमा और अनामिका उंगुली की लंबाई लगभग समान होती है तो उसके पति की आर्थिक स्थिति को लेकर हमेशा समस्या बनी रह सकती है। हालांकि ऐसी स्त्री की अपने ससुराल में सभी से अच्छी बनती है, लेकिन पति के साथ संबंध हमेशा खटास से भरे रहते हैं।
स्त्री के पैरों की एड़ी
शास्त्र में बताया गया है कि अगर स्त्री के पैरों की एड़ी गोल, कोमल और आकर्षक होती है तो ऐसी स्त्री को चकाचौंध से भरी जीवनशैली प्राप्त होती है। इसके विपरीत अगर तलवा मोटा और कड़ा है तो यह संघर्षों की ओर इशारा करता है।
पैरों पर बनी रेखाएं
अगर पैरों के तलवों पर बनी रेखाएं एकदम स्पष्ट और बिना कटी-फटी होती हैं तो यह इस बात की ओर इशारा करता है कि व्यक्ति का जीवन बिना किसी संघर्ष और व्यवधान के साथ चलता रहेगा।