- मिसाइल सतह से सतह पर 300 किलोमीटर मार करने में सक्षम
- कराची के करीब सोनमियानी परीक्षण रेंज से हो सकता है परीक्षण
- पाक का परीक्षण दुनिया को तनाव का संदेश देने की कोशिश मात्र
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के भारत सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान एक तरफ जहां वैश्विक ताकतों के सामने गिड़गिड़ा रहा है, दूसरी तरफ भारत को लगातार युद्ध की गीदड़ भभकी दे रहा है. कश्मीर को लेकर वैश्विक मंचों पर लगभग अलग-थलग पड़ चुके पाकिस्तान ने अब 29 अगस्त को बैलिस्टिक मिसाइल गजनवी का परीक्षण करने के लिए चेतावनी (नॉटम) जारी की है.
भारत के साथ तनाव के बीच पाकिस्तान का यह कदम युद्ध का माहौल बनाने और दुनिया का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. बताया जा रहा है कि पाक जिस बैलिस्टिक मिसाइल गजनवी का परीक्षण करेगा, वह सतह से सतह पर मार करने वाली है. यह मिसाइल 300 किलोमीटर की दूरी तक का लक्ष्य भेदने में सक्षम होगी. मिसाइल का परीक्षण कराची के करीब सोनमियानी उड़ान परीक्षण रेंज से अंजाम दिए जाने की खबर है.
पाकिस्तान के पहले से ही सतह से सतह से सतह पर 290 से 320 किलोमीटर तक की दूरी तक मार करने में सक्षम गजनवी या हत्फ-3 मिसाइल है. यह मिसाइल 700 किलोग्राम विस्फोटक ले जाने में सक्षम है. ऐसे में पाकिस्तान का फिर से 300 किलोमीटर रेंज की ही गजनवी मिसाइल का परीक्षण करना दुनिया को तनाव का संदेश देने की कोशिश मात्र मानी जा रही है.
नौसेना को भी किया अलर्ट, हवाई मार्ग बंद
पाकिस्तान ने मिसाइल परीक्षण के लिए अपनी नौसेना को भी अलर्ट जारी करने के साथ ही कराची के तीन वायु मार्ग बंद कर दिए हैं. पाकिस्तान के नागर विमानन प्राधिकरण ने 28 अगस्त को चार दिन (28 से 31 अगस्त) के लिए तीन वायु मार्ग बंद करने की घोषणा कर दी थी.
26 अगस्त को साझा कर दी थी सूचना
दोनों देशों के बीच समझौते के अनुसार किसी भी परीक्षण की सूचना कम से कम तीन दिन पूर्व देनी होती है. पाकिस्तान की ओर से इसकी सूचना पहले ही भारत को दी जा चुकी है. पाकिस्तान ने इसकी सूचना 26 अगस्त को भारतीय अधिकारियों से साझा कर दी थी.
दी युद्ध की चेतावनी
पाकिस्तान की ओर से लगातार युद्ध की चेतावनी दी जा रही है. पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने परमाणु युद्ध की चेतावनी दी थी. भारत के साथ परमाणु युद्ध के संकेत दिए. पाक प्रधानमंत्री ही नहीं, बल्कि उनके अन्य मंत्री भी युद्ध का राग अलाप चुके हैं.
पाक रेल मंत्री शेख राशिद का हाल ही में बयान आया था. राशिद ने भी युद्ध के संकेत देते हुए कहा था कि अक्टूबर या नवंबर तक दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ सकता है. भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान लगातार अंतरराष्ट्रीय समुदाय से दखल देने की गुहार लगाता रहा है.
पाकिस्तान द्वारा मुद्दे को धार्मिक रंग देने की कोशिशों और अपील के बावजूद संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन जैसे मुस्लिम देशों ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा. यह बताता है कि पाकिस्तान मुस्लिम देशों के बीच अलग-अलग पड़ चुका है.