जर्मनी में कोरोना वायरस के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ लोगों ने रैलियां निकाली। संक्रमित मामलों की बढ़ती संख्या के बावजूद लगभग 17,000 लोगों ने महामारी पर अंकुश लगाने के लिए लगाए गए सोशल डिस्टेंसिंग नियमों के खिलाफ बर्लिन की सड़कों पर रैली निकाली। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने बुलेवार्ड पर रैली आयोजित करने से पहले केंद्रीय बर्लिन के माध्यम से लैंडमार्क ब्रांडेनबर्ग गेट से मार्च किया।
पुलिस ने मामला किया दर्ज
रिपोर्ट में बताया गया है कि पुलिस ने रैली को तोड़ दिया क्योंकि प्रदर्शनकारी सुरक्षा और स्वास्थ्य नियमों का पालन नहीं कर रहे थे। यही नहीं रैली के आयोजकों के खिलाफ एक आपराधिक शिकायत दर्ज की गई है। पुलिसा ने दावा किया है कि इस प्रदर्शन में कई प्रदर्शनकारियों ने मास्क नहीं पहने थे और सामाजिक सुरक्षा नियमों की अवहेलना कर रहे थे। यही नहीं इस प्रदर्शन में कुछ लोगों ने अन्य लोगों को भी मास्क ना पहनने के लिए उकसाया था। इस प्रदर्शन में कुछ लोगें ने ‘स्टॉप कोरोना इन्सानिटी’ पढ़ने वाले प्लेकार्ड पकड़े हुए थे जबकि कुछ प्रदर्शनकारियों ने “कोरोना- नकली खबर” के साथ टी-शर्ट पहनी थी।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वह महामारी पर अंकुश लगाने के लिए सरकार के प्रतिबंधों से तंग आ चुके हैं। जर्मनी ने मार्च के मध्य में एक सख्त लॉकडाउन लागू किया था और अप्रैल के अंत से इसे कम करना शुरू कर दिया। हालांकि, बड़े सार्वजनिक समारोहों पर अभी भी प्रतिबंध है, और सभी दुकानों और सार्वजनिक परिवहन पर मुखौटा पहनना अनिवार्य है। स्वास्थ्य मंत्री जेन्स स्पैन ने स्वास्थ्य नियमों का पालन करने में विफल रहने के विरोध में उपस्थित लोगों की आलोचना की है।
बता दें कि जर्मनी में पिछले 24 घंटों में कुल 955 नए संक्रमणों की पुष्टि हुई है। रविवार तक देश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 211,005 हो गई, जिसमें 9,154 मौतें हुईं।