हंसी को भगवान का सबसे खूबसूरत तोहफा यूं ही नहीं कहते हैं. ये बात एक बार फिर से साबित हो गई है कि एक मासूम हंसी की कीमत अनमोल है. दरअसल एक अमेरिकी मां का एक फनी वीडियो इंटरनेट पर इस कदर वायरल हुआ है कि इसने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. कैनडेस पायने द्वारा फेसबुक लाइव पर पोस्ट किया गया ये वीडियो फेसबुक के इतिहास में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला वीडियो बन गया है.
अमेरिकी के टेक्सस की रहने वाली दो बच्चों की मां 37 वर्षीय कैनडेस पायने अपने घर के पास स्थित एक डिपार्टमेंटल स्टोर से अपने बच्चों के लिए कुछ गिफ्ट्स और कपड़े लेने पहुंची थी. इसी दौरान उन्होंने एक च्यूबक्का (फिल्म स्टारवार्स का एक कैरेक्टर) मास्क खरीदा जो देखने में बहुत ही फनी था.
पायने ने डिपार्टमेंटल स्टोर के बाहर ही अपनी गाड़ी में इस मास्क को पहनकर फेसबुक लाइव पर एक 4 मिनट का वीडियो पोस्ट किया. इस वीडियो में इस मास्क को पहनकर वह बेहताशा हंसती हुई नजर आती हैं. वह इसे पहनने के बाद जब बोलती हैं तो इसमें से एक अलग ही तरह की आवाज निकलती है, जिससे वह जोर-जोर से हंसती हैं. पायने का यह अंदाज वीडियो देखने वालों के चेहरे पर भी हंसी ला देता है.
पायने के इस कदर दिल खोलकर हंसने का अंदाज लोगों को इतना भा गया कि 19 मई को फेसबुक पर पोस्ट किए जाने के बाद से अब तक इसे 123 मिलियन (12.3 करोड़) से ज्यादा बार देखा जा चुका है, 22 लाख लोगों ने इसे लाइक किया है और 29 लाख लोग इसे शेयर कर चुके हैं.
https://www.facebook.com/candaceSpayne/videos/10209653193067040/
वीडियो को मिली इस जबर्दस्त प्रतिक्रिया से हैरान पायने ने बीबीसी से कहा, ‘ये सच में हैरान करने वाला है, मैं सिर्फ हंस रही हूं, ईमानदारी से कहूं तो ये अजीब है, मैंने व्यू की संख्या देखी है और ऐसा लग रहा है जैसे कोई कैलकुलेटर से खेल रहा है.’
इससे पहले फेसबुक लाइव पर सबसे ज्यादा देखे जाने वाला वीडियो बजफीड का ‘एक्सप्लोडिंग वाटरमिलन’ (फटता हुआ तरबूज) जिसे 1 करोड़ से ज्यादा बार देखा गया था.
फेसबुक ने पिछले साल अप्रैल में अपने सभी यूजर्स के लिए लाइव स्ट्रीम की सुविधा उपलब्ध करा दी थी, जिसमें कोई भी फेसबुक यूजर 30 मिनट तकके लाइव स्ट्रीम वीडियो को अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट कर सकता है.
कई बार आपकी मासूमियत और सच्चाई वह कर जाती है जो लोग करोड़ों रुपये खर्च करके भी नहीं कर पाते. एक मां की मासूमियत भरी हंसी ने वह करिश्मा कर दिखाया जिसे करने के लिए कई बड़ी कंपनियां करोड़ों रुपये खर्च करती हैं लेकिन फिर भी नहीं कर पाती हैं.