तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री और एआईडीएमके की महासचिव जयललिता के निधन के दो हफ्ते भी नहीं बीते कि पार्टी में फूट पड़ गई है। पार्टी की सांसद शशिकला पुष्पा एआईडीएमके की नई महासचिव के चुनाव को लेकर मद्रास हाईकोर्ट पहुंच गई हैं। उनका कहना है कि नए महासचिव के चुनाव में पार्टी की स्थायी समिति पर दबाव बनाया गया था।
हालांकि, चुनाव आयोग के नॉर्म्स को संतुष्ट करने के लिए सामान्य समिति की बैठक की अभी तक कोई तारीख नहीं घोषित की गई है, जो कि सामान्य रूप से इस कैलेंडर ईयर में आयोजित करना है। वरिष्ठ अधिवक्ता के एम विजयन ने जज कल्याणरमन के सामने इस मामले को उठाया। उन्होंने इस मामले में अति आवश्यक सुनवाई की मांग की।
बताते चलें कि एआईडीएमके के पूर्व मंत्री और प्रवक्ता ने घोषणा की थी कि वीके शशिकला निर्वाचित महासचिव होंगी। इस पर वकील ने कोर्ट से कहा कि इस बयान को प्रतिवाद के रूप में शामिल करना चाहिए।
शशिकला पुष्पा का कहना है कि पार्टी के उपनियम ये आदेश नहीं देते हैं कि शशिकला निर्वाचित महासचिव चुनी जाएं या फिर ऐसा प्रयास किया जाए कि उन्हें टॉप पोजिशन पर बैठाया जाए।
बताते चलें कि शशिकला पुष्पा राज्यसभा सांसद हैं और उन्होंने डीएमके के राज्य सभा सदस्य तीरुची शिवा को दिल्ली एयरपोर्ट पर थप्पड़ मार दिया था। इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने संसद में कहा था कि एआईडीएमके के कुछ लोग उन्हें धमकी दे रहे हैं और उनपर दबाव डाल रहे हैं कि वह इस्तीफा दे दें।