भारतीय घरेलू क्रिकेट कार्यक्रम और टीमों के अंतरराष्ट्रीय दौरों को लेकर पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने जमकर नाराजगी जताई है। लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने यहां तक कहा कि आईपीएल के आयोजन से रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट खत्म हो रहा है।
बता दें कि इस समय Virat Kohli की कप्तानी वाली भारतीय सीनियर टीम न्यूजीलैंड के दौरे पर है। टीम यहां 5 मैचों की टी20 सीरीज, 3 मैचों की वनडे सीरीज और 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है।
इसके अलाव भारत ए टीम भी न्यूजीलैंड के दौरे पर है। हालांकि भारत ए टीम को 1-2 से हार का सामना करना पड़ा। इसी समय रणजी ट्रॉफी भी आयोजित की जा रही है और 29 मार्च से आईपीएल भी शुरू होगा। ऐसे में गावस्कर ने क्रिकेट कार्यक्रम को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की।
सुनील गावस्कर ने BCCI पर सवाल उठाते हुए कहा- जब देश में रणजी ट्रॉफी खेली जा रही है तो बोर्ड को भारत ए टीम का न्यूजीलैंड दौरा नहीं रखना था। एक तरफ अंडर19 टीम भी वर्ल्ड कप के लिए देश से बाहर है।
देश के खिलाड़ी जब सीनियर टीम, भारत ए टीम और अंडर 19 टीमों में खेल रहे हैं तो ऐसे में रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट में कौन खिलाड़ी खेलेगा। गावस्कर ने BCCI के साथ ही फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।
सुनील गावस्कर ने क्रिकेट टूर्नामेंट शेड्यूल को लेकर आईपीएल पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा- जब से आईपीएल शुरू हुआ है तब से रणजी ट्रॉफी देश दूसरा टूर्नामेंट हो गया है।
जबकि अहमियत के लिहाज से पूर्व में ये नंबर एक टूर्नामेंट था। पहले फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स बर्नआउट को लेकर लड़ाई लड़ता था, लेकिन आईपीएल जब से शुरू हुआ है तब से इस शब्द की ओर किसी का ध्यान नहीं गया है। आईपीएल के बाद से रणजी ट्रॉफी की अहमियत बहुत कम हो गई है। खिलाड़ी इस राष्ट्रीय चैंपियनशिप की बजाए आईपीएल को ही तवज्जो दे रहे हैं।
गावस्कर ने कहा कि अभी देशभर में रणजी ट्रॉफी के मुकाबले खेले जा रहे हैं और ऐसे में ही बोर्ड ने भारत ए टीम का विदेशी दौरा रख दिया। बोर्ड क्या आईपीएल के दौरान भारत ए टीम का विदेशी दौरा रख सकता है।
भारत ए टीम न्यूजीलैंड दौरे और अंडर19 वर्ल्ड कप होने के कारण अधिकांश रणजी टीमें अपनी पूरी ताकत से नहीं खेल पा रहीं हैं। ऐसे में आपको काबिल राष्ट्रीय चैंपियन कैसे मिलेगा और कैसे अच्छे खिलाड़ी मिलेंगे। दूसरे देशों में ऐसा नहीं होता। उनके विदेशी दौरे तब होते हैं जब उनका घरेलू सत्र चालू नहीं होता।