बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब तक बच्चियां 12वीं पास नहीं होंगी, तब तक जनसंख्या पर नियंत्रण नहीं होगा. इसलिए हर पंचायत में लड़कियों के 12वीं तक पढ़ने की व्यवस्था की जा रही है. मुख्यमंत्री ने रविवार को जेडीयू सम्मेलन में यह बात कही.
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में 10वीं में लड़के-लड़कियों की संख्या बराबर है और लोग कहते हैं कि शिक्षा खराब हो गई. हमने शिक्षकों के लिए बहुत किया. शिक्षकों को पहले कितना वेतन मिलता था और अब उन्हें कितना वेतन मिलता है.
माना जा रहा है कि नीतीश कुमार ने यह टिप्पणी चुनावी रणनीतिकार और जेडीयू के पूर्व नेता प्रशांत किशोर के उस बयान पर की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार में अच्छी शिक्षा नहीं मिलती है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉलेज में पहले 13 प्रतिशत लड़के जाते थे. अब हमने 30 प्रतिशत का लक्ष्य रखा है. उन्होंने कहा कि जब तक बच्चियां 12वीं पास नहीं होंगी, तब तक जनसंख्या पर नियंत्रण नहीं होगा. इसलिए हर पंचायत में लड़कियों के 12वीं तक पढ़ने की व्यवस्था की जा रही है.
नीतीश कुमार ने कहा कि बांका के उन्नयन कार्यक्रम के तहत टेलीविजन के जरिए पढ़ाई की योजना को पूरे बिहार में लागू कर दिया है. मुख्यमंत्री ने ये बात फिर दोहराई कि पोर्न साइट पर बैन लगाने की जरूरत है.
नीतीश कुमार ने कहा कि अल्पसंख्यकों को कांग्रेस ने क्या दिया? 15 साल के शासन में हमने अल्पसंख्यकों के लिए बहुत काम किया. वोट दीजिए चाहे नहीं लेकिन याद जरूर कीजिएगा.
अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ किसी प्रकार के अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे. समाज में भाईचारा कायम रखिए. उन्होंने यह भी दावा किया कि इस बार हम 200 से ज्यादा सीट जीतेंगे. नीतीश कुमार ने जाति आधारित जनगणना पर जोर दिया और कहा कि इससे कई लाभ होंगे.
प्रशांत किशोर ने कहा था कि पिछले 15 साल में बिहार में खूब विकास हुआ है, लेकिन विकास की रफ्तार और आयाम ऐसे नहीं रहे हैं, जिससे बिहार की स्थिति बदली हो. नीतीश कुमार ने शिक्षा के लिए पोशाक और साइकिल तो बांट दी, लेकिन बेहतर शिक्षा नहीं दे सके.