टेस्ट क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाज़ों में सुनील गावस्कर का नाम शुमार हैं. खास बात यह हैं कि बुधवार को सुनील अपना 70वां जन्मदिन मना रहे हैं. एक समय भारतीय बल्लेबाज़ी की रीढ़ की हड्डी रहे गावस्कर न सिर्फ भारत के, बल्कि विश्व क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाज़ों मे भी शामिल हैं. टेस्ट का बेस्ट बल्लेबाज भी उन्हें कहा जाए तो कोई गलत नही होगा.

वे एक ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्हे टेस्ट क्रिकेट मे सबसे पहले 10,000 रन बनाने के लिए भी जाना जाता हैं. साथ ही उन्होंने अपने करियर के दौरान सबसे ज़्यादा टेस्ट रन और सबसे ज़्यादा टेस्ट सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया था. करीब 2 दशक तक उन्होंने सबसे ज़्यादा टेस्ट सेंचुरी (34) का रिकॉर्ड अपने नाम रखा था. बाद में साल 2005 में ‘क्रिकेट के भगवान’ सचिन तेंदुलकर ने उनका यह रिकॉर्ड 2005 में तोड़ दिया था.
जन्म के समय हो गया हादसा…
सनी के नाम से प्रसिद्द गावस्कर का जन्म आज ही के दिन साल 1949 को हुआ था, वे जन्म के समय खो गए थे. गावस्कर द्वारा अपनी आत्मकथा, (Sunny Days) में उन दिनों को याद करते हुए लिखा गया है कि, ‘मैं शायद कभी एक क्रिकेटर नहीं बन पाता और यह किताब तो कभी आप लोगों के सामने आ ही नहीं पाती. अगर मेरे एक रिश्तेदार, नारायण मसूरेकर, मेरे जन्म के दिन मेरी ज़िंदगी में न आए होते.’ सुनील आगे लिखते है कि ऐसा लगता है कि नान-काका (जैसा कि मैं उन्हें बुलाया करता था), जो मुझे मेरे जन्म के दिन हॉस्पिटल में देखने आए थे, उन्होंने मेरे बाएं कान के पास एक छेद देखा था.’ आगे बताया गया कि कैसे उनके नान-काका ने उन्हें एक मछुवारी के बच्चे से एक्सचेंज होने से बचा लिया था. ‘अगले दिन वो फिर से हॉस्पिटल आए और उन्होंने मेरी मां के पालने में रखे बच्चे को गोद में लिया था. वो ये देखकर डर गए कि उस बच्चे के कान के पास वो छेद नही थे, जो उन्होंने मेरे कान के पास देखा था. बाद में हॉस्पिटल के सारे पालनों में मुझे ढूंढा गया और आख़िरकार फिर मैं एक मछुवारी के पास सोता हुआ पाया गया था.
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