छोटे भाई से लड़ाई होने पर पूर्व प्रधान के बेटे ने तनाव में आकर आत्मघाती कदम उठा लिया। उसका शव कमरे के भीतर फंदे में झूलता मिला। वह यहां यूएसआर इंटर कॉलेज बसई में दसवीं का छात्र था। बेटे के आत्मघाती कदम उठाने से परिजन सदमे में है। रागनमगर के ग्राम बसई निवासी शेखर चंद्र पूर्व प्रधान हैं और प्रधान संगठन के अध्यक्ष रह चुके हैं।
खेलने के दौरान आपस में हो गई थी मारपीट
रविवार की शाम को उनके बड़े बेटे सुधांशु सचिन (16) व छोटे बेटे सौरभ के बीच खेलने के दौरान आपस में झगड़ा हो गया। मारपीट होने पर छोटे बेटे सौरभ को चोट आ गई। इस पर परिजनों ने सुधांशु का डांट लगाई। इसके बाद वह छोटे बेटे सौरभ को उपचार के लिए चिकित्सालय ले आए। बताया जाता है कि रात करीब नौ बजे पिता शेखर चंद्र ने सुधांशु को खाने के लिए नीचे कमरे में बुलाया तो उसने दरवाजा नहीं खोला। परिजन समझे कि नाराजगी के चलते वह खाने नहीं आ रहा। सुबह देर तक उसका कमरा नहीं खुलने पर परिजन उसे जगाने पहुंचे। काफी आवाज देने पर भी जब कमरा नहीं खुला तो उन्होंने खिड़की से झांका तो सुधांशु फंदे पर झूलता मिला।
अस्पताल तक नहीं ले जा सके परिजन
सुधांशू को फंदे पर लटकता देखकर परिजनों के हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने किसी तरह कमरे के भीतर पहुंचकर शव को फंदे से नीचे उतारा। लेकिन सुधांशु का शरीर ठंड पड़ चुका था और उसकी मौत हो गई थी। इससे परिजनों में कोहराम मच गया। मामूली बात पर वह आत्मघाती कदम उठा लेगा इसका किसी को भी यकीन नहीं था। पीरूमदारा चौकी इंचार्ज कवींद्र शर्मा ने बताया कि दो भाइयों के बीच झगड़ा होने पर वह तनाव में था। जिस वजह से उसने आत्मघाती कदम उठा लिया।