छिंदवाड़ा के आदिवासी कन्या छात्रावास में 14 साल की छात्रा की सुसाइड को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। छिंदवाड़ा के सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम को निलंबित किया गया है। सत्येंद्र को संभागीय उपायुक्त, जनजाति कार्य एवं अनुसूचित जाति विकास जबलपुर संभाग जबलपुर में अटैच किया गया है। छिंदवाड़ा के आदिवासी छात्रावास में पिछले छह महीने में दो मौतें हुई हैं। इसे गंभीर लापरवाही माना गया है। इस मामले में शुक्रवार को उन्हें निलंबित कर दिया गया।
गुरुवार को छिंदवाड़ा के सीनियर कन्या छात्रावास में एक नाबालिग ने सुसाइड कर लिया था। इस पर सहायक आयुक्त ने गंभीरता नहीं बरती। जनजाति कार्य विभाग की उपसचिव मीनाक्षी सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लिया। उनके निलंबन का आदेश जारी किया गया। उसमें लिखा गया है कि कन्या छात्रावास में प्रवेशित छात्रा अनामिका पिता श्री महमराम धुर्वे निवास ग्राम मैनिश्वापा द्वारा छात्रावास में आत्महत्या कर ली गई। घटना का प्रकाशन अखबार में भी हुआ है। इसके बाद भी सत्येन्द्र सिंह मरकाम, सहायक आयुक्त, जनजातीय कार्य विभाग छिन्दवाड़ा द्वारा इस घटना की जानकारी मुख्यालय को तत्परता में प्रेषित नहीं की गई। कन्या छात्रावास अधीक्षिका इन्द्राणी वेलवंशी एवं सहायक अधीक्षिका अभिलाषा माहू प्रकरण में दोषी है। उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित नहीं किया गया। जिला मुख्यालय की आवासीय शिक्षण संस्थाओं का भी समुचित पर्यवेक्षण एवं निरीक्षण नहीं किया गया। इसके चलते नियम 1966 के नियम 9 (1) के प्रावधान के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय कार्यालय संभागीय उपायुक्त, जनजाति कार्य एवं अनुसूचित जाति विकास जबलपुर संभाग जवलपुर रहेगा।