छत्तीसगढ़ में उत्पादक सीमेंट का दाम बढ़ाने की तैयारी में है। इस वजह से मार्केट में हलचल तेज हो गई है। सीमेंट विक्रेता (रिटेलर व डीलर) भी संशय में है। फिलहाल राज्य के खुदरा मार्केट में सीमेंट का दाम 230 से 240 स्र्पये प्रति बैग तक है। चर्चा है कि इस महीने के अंत तक दाम 10 से 15 स्र्पये प्रति बैग बढ़ाने की योजना है। इसके लिए सीमेंट कंपनियां लॉबिंग भी कर रही हैं। सीमेंट के दाम बढ़ाने की खबरों से न केवल रियल स्टेट कारोबारी और सरकारी ठेकेदार बल्कि आम लोगों की भी चिंता बढ़ गई है। सभी को लागत बढ़ने की चिंता सता रही है। कारोबारी सूत्रों के अनुसार कुछ महीने पहले भी सीमेंट कंपनियों ने दाम बढ़ाने की कोशिश की थी, लेकिन मार्केट सपोर्ट नहीं मिलने के कारण दाम नहीं बढ़ाए गए।
मई में सरकार को करना पड़ था हस्ताक्षेप
बीते वर्ष मई 2019 में सीमेंट का दाम 270 स्र्पये प्रति बैग के आसपास पहुंच गया था। इसको लेकर राज्य में राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई थी। इसके बाद सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा। सरकारी दबाव के बाद सीमेंट उत्पादकों ने 30 से 40 स्र्पये तक दाम कम करना पड़ा था।
राज्य में सीमेंट के दाम और सियासत
छत्तीसगढ़ में सीमेंट के दाम अक्सर सियासी मुद्दा बन जाते हैं। 2003 में यहां सीमेंट की कीमत सौ स्र्पये से कम थी। 2004 में दाम सीधे 120 स्र्पये प्रति बोरी हो गया। 2005 के शुरूआत में बढ़कर 155 और 2006 में यह दाम सीधे 200 के पार पहुंच गया। जब- जब दाम बढ़े तब-तब इसका विरोध हुआ, लेकिन 2008 में दाम सीधे 250 से 300 पहुंच गया।
विपक्ष और जनता ने इस वृद्धि का विरोध किया। सरकार पर सीमेंट कंपनियों से सांठगांठ का आरोप लगा, लेकिन दाम कम नहीं हुए। इसके बाद मांग कमी और आर्थिक मंदी के कारण दाम गिर कर 245 से 250 तक पहुंचा। दिसंबर 2018 में दाम 240 से 245 था।