‘चौकीदार’ शब्द सुनते जहाँ में आता है कि को घर या ऐसी ही खास चीज़ों की देखभाल करे. लेकिन क्या आप जानते हैं देश के जहां चौकीदार (Chowkidar Temple) की पूजा होती हो? आज हम इसी के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर चौकीदार की ही पूजा की जा रही है. गुजरात के नर्मदा जिले में चौकीदार को समर्पित देवदरवनिया चौकीदार मंदिर है, जहां सदियों से एक ‘चौकीदार’ की पूजा होती आ रही है. देदियापाड़ा स्थित देव मोगरा गांव के निवासियों का मानना है कि देवदरवनिया चौकीदार सालों से उनके गांव की रक्षा कर रहे हैं. यहां के लोग चौकीदार की भगवान के रूप में लंबे समय से पूजा कर रहे हैं. इसके पीछे एक मान्यता भी है.
देवी पंडोरी ने नाराज होकर घर छोड़ दिया था. राजा पंडादेव ने उनकी तलाश करनी शुरू की और अपना घोड़ा देव मोगरा गांव में रोका. इसी वजह से यह जगह स्थानीय लोगों के लिए पूजनीय हो गई और बाद में वहां पंडोरी माता का मंदिर बनवाया गया. इस मंदिर से कुछ दूरी पर देवदरवनिया चौकीदार के लिए भी एक प्रार्थना स्थल बनाया गया. ये मंदिर इतना फेमस हो चुका है. क्षेत्रीय लोगों के अनुसार, मान्यता है कि देवदरवनिया चौकीदार देवी और हमारे गांव की रक्षा करते हैं. जो भक्त पंडोरी माता की पूजा करने आते हैं, उन्हें पहले चौकीदार मंदिर के दर्शन करने होते हैं. यहां सिर्फ गुजरात से ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्यप्रदेश से श्रद्धालु आते हैं. दिवाली और नवरात्र के दौरान माता के मंदिर में भीड़ बढ़ जाती है. चौकीदार मंदिर में भी श्रद्धालु बराबर आते हैं.’ यहां चौकीदार को लोग देशी श’राब प्रसाद के रूप में चढ़ाते हैं.