जालंधर: इस समय देश के कुछ राज्यों में चोटी काटने वाली चुड़ैल का खौफ छाया हुआ है। लोगों में इतनी दहशत है कि वह रात के समय घर से बाहर भी नहीं निकल रहे हैं। कुछ दिन पहले कुछ पुरुषों ने भी दावा किया कि चोटी काटने वाली चुड़ैल या गैंग ने अब पुरुषों को भी बनाना शुरू कर दिया है। लोगों का कहना है कि रात के समय चुड़ैल आती है और चुपके से चोटी काटकर चली जाती है और किसी को इसके बारे में पता ही नहीं चलता है।अभी अभी: अधिकारियों पर गिरी गाज, सीएम योगी ने किया सस्पेंड
लोग लेने लगे हैं तांत्रिकों का सहारा: सुबह जागने पर उनकी चोटी कटी हुई मिलती है। लोगों में इसका इतना खौफ फैला हुआ है कि लोग अब इसके उपाय के लिए तांत्रिकों का भी सहारा लेने लगे हैं। कुछ लोग चुड़ैल से बचने के लिए अपने घरों के मुख्य दरवाजे पर मेहन्दी के छाप भी लगाने लगे हैं। हालांकि यह एक अफवाह मात्र ही है या ऐसा सच में हो रहा है, इसके बारे में अभी तक कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस भी इस गुत्थी को अब तक सुलझाने में नाकामयाब रही है।
इस कड़ी में एक नया खुलासा हुआ है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान हो जायेंगे। हाल ही में देर रात शहर के पुरानी सब्जी मंडी में लोगों ने एक कीड़े को पकड़ा और दावा किया कि यह कीड़ा चोटी काटता है। कुछ लोग इस बात से काफी खुश है कि आखिर पता चल गया कि कौन चोटी काट रहा है। घटना की सुचना मिलते ही मौके पर पहुँचे थाना 2 के एस. आई. बलविंदर सिंह के कीड़े को कब्जे में लेकर जाँच शुरू कर दी है।
कीड़ा पीठ पर चढ़कर जा रहा था बालों की तरफ: मंडी में दूकानदार के पास काम करने वाले अखिलेश यादव का कहना है कि उसनें दोपहर में सोशल मीडिया पर देखा कि एक कीड़ा महिलाओं की चोटी काटता है। उसने बताया कि देर रात उसका साथी दुकान में काम करता है। वह उस दिन भी काम कर रहा था, तभी एक कीड़ा उसके पीठ पर चढ़कर उसके बालों की तरफ बढ़ रहा था। उसनें उस कीड़े को पहचान लिया, जो सोशल मीडिया पर दिख रहे कीड़े से मिलता जुलता था।
यह देखते ही उसनें झट से कीड़े को कुलदीप के पीठ से नीचे गिरा दिया। इसके बाद कीड़े को मारने के लिए उसनें उसके ऊपर ईंट से भी प्रहार किया, लेकिन कीड़ा मरा नहीं। यह देखकर उसनें शोर मचाना शुरू कर दिया। थोड़ी ही देर में वहाँ आस-पास के कई दूकानदार इकठ्ठा हो गए। सभी ने मिलकर कीड़े को पकड़कर एक प्लास्टिक के डिब्बे में डाला। एस. आई. बलविंदर सिंह का कहना है कि कीड़े को हिरासत में लेकर वह जंगल विभाग के अधिकारीयों से इसके बारे में बात करेंगे और पता लगायेंगे कि क्या सच में यह कीड़ा बाल काट सकता है या नहीं? इससे पहले कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।