भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर हुआ विवाद अब अंत की ओर है और दोनों देशों के बीच नरमी के संकेत दिखाई दे रहे हैं.
इस बीच अमेरिका की ओर से कहा गया है कि अगर भारत और चीन में विवाद बढ़ता है, तो अमेरिकी सेना पूरी सख्ती के साथ भारत के साथ खड़ी रहेगी.
समाचार एजेंसी के मुताबिक, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिका की ओर से संदेश साफ है कि चीन के दुराचार को और नहीं सहा जाएगा. यही कारण है कि अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर में अपनी नेवी को तैनात कर दिया है.
व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडवो ने फॉक्स न्यूज को भारत और चीन के मसले पर इंटरव्यू दिया. उन्होंने कहा कि हमारी सेना हर वक्त तैनात है और मुकाबले के लिए तैयार है.
मार्क ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन ने अपनी सेना का हमेशा साथ दिया है, हम साफ कर देना चाहते हैं कि अगर कोई दिक्कत पैदा करेगा तो सेना बिल्कुल तैयार है.
इससे पहले रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर टॉम कॉटन ने कहा कि चीन ने लगातार भारत को उकसाने की कोशिश की है, उनके सैनिकों को मार दिया है.
ऐसे में जरूरी हो जाता है कि अमेरिका वहां पर मौजूद हो इसलिए हमने दक्षिणी चीन सागर में उपस्थिति दर्ज कराई है. चीन की ओर से कई देशों पर दबाव बनाया जा रहा है और वो सभी देश अमेरिका के दोस्त हैं और दोस्ती को बढ़ाना चाहते हैं.
बता दें कि इससे पहले भी कई मौकों पर अमेरिका ने खुलकर कहा है कि वह भारत के साथ है. बीते दिनों माइक पोम्पियो ने कहा था कि अमेरिका अपनी सेना को एशिया में भेजेगा, क्योंकि वहां पर चीन भारत को परेशान कर रहा है. वहीं डोनाल्ड ट्रंप लगातार चीन के खिलाफ बयान भी दे रहे हैं.