एलजेपी सांसद और पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि एनडीए में उनकी पार्टी को सम्मानजनक सीटें चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर सहयोगी दलों को सीटें देने के बाद बची सीटों को भाजपा-जेडीयू बराबर-बराबर बांट लें तो वह इसका स्वागत करेंगे.
पटना में रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हम भाजपा-जदयू के फैसले का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा, “अगर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बयान पर गौर करें तो उन्होंने सम्मानजनक बात की है. लोजपा राजग में सम्मानजनक हिस्सा चाहती है.” चिराग ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव के समय लोजपा को सात सीटें मिली थीं जिनमें से छह पर पार्टी ने जीत हासिल की थी.
चिराग पासवान ने कहा कि अगर एलजेपी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के नाते बात की जाए तो वे सात से अधिक सीट चाहते हैं. चिराग ने कहा, “हमारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने भी सात सीटों की मांग की थी, पर आप जब गठबंधन में शामिल हैं तो उसकी अपनी सीमा और मर्यादा होती है. आपको उसका भी ध्यान रखना होगा. चिराग ने कहा कि हमारी प्राथमिकता गठबंधन को मजबूत करना और नरेंद्र मोदी को 2019 में फिर प्रधानमंत्री बनाना है.
इधर एलजेपी के कशमकश पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी चुटकी ली है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि इस मामले में रामविलास पासवान की चुप्पी काफी कुछ कहती है. तेजस्वी ने कहा, “चिराग पासवान कम सीट मिलने की बात जरूर कर रहे हैं, लेकिन जब तक किसी दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष विरोध दर्ज नहीं कराता तो तब तक उसकी बात नहीं सुनी जाती.”
उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान ने अभी तक इस फॉर्मूले पर अपना कोई बयान नहीं दिया है, वो खामोश हैं और उनकी खामोशी काफी कुछ कहती हैं. तेजस्वी ने कहा कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा हैं. तेजस्वी यादव ने लगे हाथ यह भी कह डाला कि रामविलास पासवान हमारे अभिभावक हैं, कम से कम उन्होंने नीतीश कुमार की तरह पीठ में छुरा भोंकने का काम नही किया है.