डाकपाल के पदों पर गड़बड़ी का मामला सामने आया है। चित्रकूटधाम मंडल में फर्जी अंकपत्र से नौकरी कर रहे 32 डाकपालों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।
चित्रकूटधाम मंडल के चारों जिलों में शाखा डाकपाल और सहायक शाखा डाकपाल के पदों पर करीब 120 कर्मियों को बिना अभिलेखों की जांच किए ही नौकरी दे दी गई। शासन स्तर पर शिकायत हुई तो इसकी जांच कराई गई। इनमें अब तक 32 कर्मी ऐसे मिले हैं, जिनके अभिलेख फर्जी हैं। इन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। डाक अधीक्षक ने इन कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। हालांकि डाक अधीक्षक कई दिनों की छुट्टी पर हैं और उन्होंने इसे गोपनीय मामला बताकर किसी भी तरह की जानकारी देने से इनकार कर दिया।
चित्रकूटधाम मंडल में डेढ़ वर्ष पहले विभिन्न शाखाओं के लिए शाखा डाकपाल और सहायक डाकपाल की भर्ती की गई थी। करीब 120 कर्मियों की भर्ती के बाद अभिलेखों की जांच किए बिना नौकरी दे दी गई। शिकायत पर शासन स्तर से जांच कराई गई तो करीब 32 डाकपाल और सहायक डाकपाल के अंकपत्र फर्जी पाए गए। इनमें 26 शाखा डाकपाल और छह सहायक डाकपाल शामिल हैं। बांदा में चार डाकपाल व दो सहायक डाकपाल, चित्रकूट में पांच डाकपाल और तीन सहायक डाकपाल और मंडलीय कार्यालय में तीन डाकपाल, हमीरपुर में चार और बाकी महोबा के कर्मचारी शामिल हैं।
यह कर्मचारी करीब एक वर्ष से तैनाती के बाद वेतन भी ले रहे थे। इस बीच डाक विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शासन स्तर से ही सत्यापन में विलंब हुआ है। तीन दिन पहले इन सभी 32 डाक कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है। इनसे डिवाइस मशीनें भी जमा करा कर इन्हें कार्यमुक्त कर दिया गया है।
चित्रकूटधाम मंडल में चारों जिलों में पिछले वर्ष भर्ती डाकपालों व सहायक डाकपालों के अभिलेखों का सत्यापन कराया गया है। 26 से ज्यादा डाकपालों को बर्खास्त किया जा चुका है। एफआईआर दर्ज कराई जा रही है।– जीए खान, डाक अधीक्षक, चित्रकूटधाम मंडल, बांदा